मुंबई : नाना पाटेकर को पुलिस द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद अब तनुश्री दत्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी से इंसाफ की गुहार लगाई है. तनुश्री दत्ता ने बयान जारी कर नाना पाटेकर के एनजीओ पर भी निशाना साधा है. तनुश्री ने लिखा है कि आपको क्लीन चिट मिल गई इसका मतलब ये नहीं कि आप निर्दोष हैं. ये पब्लिक है सब जानती है.
तनुश्री ने अपने बयान में कहा है- मोदी जी आपके भ्रष्टाचार मुक्त भारत का? आपकी देश की बेटी एक अपराधी द्वारा उत्पीड़न हुआ है. उस पर भीड़ ने हमला किया, उसे न्याय नहीं मिल रहा है। उसका नाम बदनाम किया जा रहा है, उसे धमकियां मिल रही है.
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तनुश्री लिखती हैं- एक लड़की का करियर बर्बाद कर दिया जाता है. उसे एकांत में जीवन जीने के लिए देश तक छोड़ना पड़ता है. इसके बावजूद पुलिस कहती है कि शिकायत झूठी है. ये है आपका राम राज्य?
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तनुश्री दत्ता ने बयान में पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए लिखा- मेरा जन्म एक समर्पित हिंदू परिवार में हुआ है. मैने सुना था कि राम नाम सत्या है तो फिर क्यो इस देश में बार-बाप असत्य और अधर्म की बार-बार विजय होती है. जवाब दीजिए मुझे. इस उत्पीड़न ने मेरी नौकरी, करियर को तबाह कर दिया है.
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तनुश्री ने बयान में कहा- मुझे दूसरे देश में जाकर नए सिरे से लाइफ शुरू करनी पड़ी. भारत में कानून व्यवस्था बिकाऊ है. यहां मुजरिम कानून, न्याय व्यवस्था को करोड़ों रुपए रिश्वत देकर क्लीन चिट खरीद सकते हैं. वहीं, महिला अगर इसकी शिकायत करती है तो उसे धमकाया, और भीड़ द्वारा हमला किया जाता है. मेरा केस दबाने के लिए सबको कितने पैसे मिले हैं.
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तनुश्री ने नाना पाटेकर के एनजीओ को भी भ्रष्ट बताया है. तनुश्री ने बयान में कहा- नाना पाटेकर का भ्रष्ट नाम फाउंडेशन ने सरकार, देशवासियों, एनआरआई और विदेशी संगठनों से करोड़ों रुपए अकाल पीड़ितों के परिवार वालों के नाम पर लिए हैं. वह हर साल 200 किसानों की विधावाओं को केवल 15 हजार रुपए देते हैं.
तनुश्री के मुताबिक- इस खर्च का कोई भी रिकॉर्ड नहीं है. इसके अलावा नाना इसके जरिए लोगों को रिश्वत देकर अपने लिए क्लीन चिट खरीदा है. ये एनजीओ भारत का सबसे बड़ा घोटाा है. इसमें किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए आता है, लेकिन उन तक पहुंचता नहीं है. इसी वजह से वह आत्महत्या भी करते हैं.