मुंबई : अनंत नारायण महादेवन के निर्देशन में बनी फिल्म 'बिटरस्वीट' को इस साल बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जीसियोक पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है.
एक आधिकारिक चयन 'बिटरस्वीट' का इस महोत्सव में अपना वर्ल्ड प्रीमियर भी होगा और उन सात भारतीय फिल्मों में से एक है जो 21 से 30 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले महेत्सव में प्रदर्शित की जाएंगी.
चैतन्य ताम्हाणे के वेनिस पुरस्कार विजेता 'द डिसिपल', श्याम मदिराजू की इमरान हाशमी अभिनीत 'हरामी', सुमन मुखोपाध्याय की बंगाली फिल्म 'कैप्टिव' में तन्मय धननिया की भूमिका, सनल कुमार ससिधरन की 'अहर', इवान आयर की 'मील पत्थर' और पृथ्वी कोनानुर की कन्नड़ फिल्म 'पिंकी एल्ली?' अन्य वे फिल्में हैं, जो 2020 में प्रतिष्ठित कोरियाई फिल्म महोत्सव में दिखाई जाएंगी.
महादेवन स्वाभाविक रूप से खुश हैं. उन्होंने कहा, "एशियाई महाद्वीप के प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का हिस्सा बनना वास्तव में एक बड़ा सम्मान है. वैश्विक सिनेमा के मानकों को पूरा करने वाली फिल्म बनाने के लिए किए गए ठोस प्रयासों का फल मिला है."
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किम जीसियोक पुरस्कार को दिवंगत किम जी-जियोक की याद में प्रदान किया जाएगा, जिनका युवा एशियाई निर्देशकों की खोज करने और एशियाई सिनेमा के विकास का समर्थन करने के लिए अपना जीवन समर्पित करने के बाद इस वर्ष निधन हो गया. दो फिल्मों को 10,000 डॉलर का पुरस्कार दिया जाएगा.
(इनपुट-आईएएनएस)