मुंबई : विज्ञापन जगत की जानीमानी हस्ती एवं बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी गर्सन दा कुन्हा का शुक्रवार को यहां निधन हो गया. वह 92 वर्ष के थे. दा कुन्हा ने विज्ञान में स्नातक करने के बाद अपने करियर की शुरुआत प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया में एक पत्रकार के रूप में की थी. वह उसके बाद विज्ञापन के क्षेत्र में चले गए. दा कुन्हा एजीएनआई (एक्शन फॉर गुड गवर्नेंस एंड नेटवर्किंग इन इंडिया) सहित नागरिकों से जुड़ी गतिविधियों में लगे कई मंचों के साथ जुड़े थे.
एक सार्वजनिक-निजी साझेदारी ‘मुंबई फर्स्ट’ ने कहा कि उसे दा कुन्हा के निधन से गहरा दुख हुआ है.दा कुन्हा मुंबई फर्स्ट के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य थे. वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने याद किया कि दा कुन्हा ने 1992-93 के सांप्रदायिक दंगों से प्रभावित मुंबईवासियों की मदद की थी.
दा कुन्हा ने विज्ञापन उद्योग में 25 साल के अपने कार्यकाल के दौरान लिंटास का नेतृत्व किया, जो उस समय विज्ञापन व्यवसाय में प्रमुख नामों में से एक था. दा कुन्हा उसके बाद सामाजिक क्षेत्र में चले गए और वैश्विक स्थानों पर यूनिसेफ के साथ काम किया.
यूनिसेफ में काम करने के कारण ब्राजील सरकार ने उन्हें 2018 में लातिन अमेरिकी देश में उनकी सेवाओं के लिए 'ऑर्डर ऑफ रियो ब्रैंको' से सम्मानित किया था.
(भाषा)
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