मुंबई : आज से नवरात्र शुरू हो रहा है. इस मौके पर दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने अपनी मां को श्रद्धांजलि दी है.
उन्होने इंस्टाग्राम पर अपनी मां की दो फोटो शेयर की, जिसमे से एक फोटो अनदेखी है. उन्होने अपनी मां से शक्ति और ज्ञान की प्रार्थना की है. श्वेता ने कहा कि उन्हे गर्व है, जिस तरह से उनकी मां ने उन लोगो का पालन-पोषण किया है.
श्वेता ने फोटो के साथ कैप्शन लिखा कि मां, नवरात्र की संध्या पर मैं आपसे शक्ति और ज्ञान की प्रार्थना करती हूं. मुझे गर्व है जिस तरह आपने हमारा पालन-पोषण किया. चलिए, दुर्गा पूजो की शुरुआत अपनी मां को सम्मान दे कर शुरू करते हैं. उम्मीद है कि यह नवरात्र सभी को शक्ति देगा.
- " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">
श्वेता ने अपने भाई यानी की सुशांत की पुरानी पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी साझा किया है. सुशांत का यह पोस्ट 10 मई 2019 का है, जिसमें उन्होंने देवी दुर्गा की तस्वीर शेयर की है.
इस स्क्रीनशॉट के कैप्शन में श्वेता ने लिखा कि भाई की तरफ से संदेश.
- View this post on Instagram
Message from Bhai ❤️🙏❤️ Struggle God-ward! #SwamiVivekananda #ImmortalSushant
">
सुशांत सिंह राजपूत की बहन आए दिन दिवंगत अभिनेता को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ पोस्ट करती रहती हैं. हाल ही में सुशांत के निधन के चार महीने पूरे होने के मौके पर उन्होनें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपने भाई का एक वीडियो शेयर किया था.
पढ़ें : राजकुमार राव और नुसरत भरूचा की 'छलांग' का मजेदार ट्रेलर रिलीज
इसी साल 14 जून को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मुंबई के ब्रांदा स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे. जिसके बाद मुंबई पुलिस ने मामले की जांच की और इसे आत्महत्या का मामला बताया. घटना के करीब डेढ़ महीने के बाद सुशांत के पिता की ओर से पटना में 25 जुलाई को दर्ज कराई गई एफआईआर में सुशांत की गर्लफ्रेंड और अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ पैसों की हेर-फेर और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया. इसके बाद बिहार सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की और मामला सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया.
हाल ही में सीबीआई ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में आधिकारिक बयान जारी कर बताया है कि इस मामले में सीबीआई की जांच अब भी चल रही है. हालिया रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई ने एक खबर का खंडन करते हुए कहा है कि सुशांत मामले को बंद करने की रिपोर्ट बेबुनियाद और झूठी है.