मुंबई: अभिनेत्री नीतू चंद्रा का मानना है कि चिकित्सकीय तौर पर असहाय होना सबसे खराब स्थिति होती है. ऐसे में वह इसमें योगदान करने के लिए जहां तक संभव हो अपने प्रभाव का इस्तेमाल करती है. अभिनेत्री के उत्साह को देखते हुए, टीन कैंसर अमेरिका ने उन्हें अपना एंबेसडर बनाया है. अभिनेत्री अपने प्रभाव, प्रतिभा और आवाज से फंड जुटाने में उनकी सहायता करेंगी.
नीतू ने बयान दिया, 'कैंसर एक घातक बीमारी है और इसने जिंदगी को देखने के मेरे नजरिए को बदल दिया है. अगर सही स्टेज पर मदद मिल जाती है तो इससे लड़ा जा सकता है. टीन कैंसर अमेरिका बहुत अच्छा काम कर रहा है और उनके लक्ष्य अच्छे और साध्य हैं."
अभिनेत्री ने आगे कहा, 'उनके साथ और कैंसर पेशंट्स एड एसोसिएशन (सीपीएए) के साथ जुड़ने के पीछे मेरा उद्देश्य शो के माध्यम से धन जुटाने में मदद करना है, जो वक्त रहते मरीजों को सही उपचार देने की प्रक्रिया में तेजी लाएगा."
नीतू सीपीएए से करीब 12 साल से जुड़ी हुई हैं. इस सहयोग से, वह कैंसर से लड़ने की दिशा में अपनी आवाज और उद्देश्य को मजबूत करती आई हैं.
बता दें कि बिहार में जन्मी एक्ट्रेस ने साल 2005 में फिल्म 'गरम मसाला' से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. वह मधुर भंडारकर की फिल्म 'ट्रैफिक सिग्नल' और फिल्म 'ओए लकी लकी ओए' में भी नज़र आ चुकी हैं.
नीतू चंद्रा बनी टीन कैंसर अमेरिका की एंबेसडर
अभिनेत्री नीतू चंद्रा को टीन कैंसर अमेरिका ने अपना एंबेसडर बनाया है. अभिनेत्री अपने प्रभाव, प्रतिभा और आवाज से फंड जुटाने में उनकी सहायता करेंगी.
मुंबई: अभिनेत्री नीतू चंद्रा का मानना है कि चिकित्सकीय तौर पर असहाय होना सबसे खराब स्थिति होती है. ऐसे में वह इसमें योगदान करने के लिए जहां तक संभव हो अपने प्रभाव का इस्तेमाल करती है. अभिनेत्री के उत्साह को देखते हुए, टीन कैंसर अमेरिका ने उन्हें अपना एंबेसडर बनाया है. अभिनेत्री अपने प्रभाव, प्रतिभा और आवाज से फंड जुटाने में उनकी सहायता करेंगी.
नीतू ने बयान दिया, 'कैंसर एक घातक बीमारी है और इसने जिंदगी को देखने के मेरे नजरिए को बदल दिया है. अगर सही स्टेज पर मदद मिल जाती है तो इससे लड़ा जा सकता है. टीन कैंसर अमेरिका बहुत अच्छा काम कर रहा है और उनके लक्ष्य अच्छे और साध्य हैं."
अभिनेत्री ने आगे कहा, 'उनके साथ और कैंसर पेशंट्स एड एसोसिएशन (सीपीएए) के साथ जुड़ने के पीछे मेरा उद्देश्य शो के माध्यम से धन जुटाने में मदद करना है, जो वक्त रहते मरीजों को सही उपचार देने की प्रक्रिया में तेजी लाएगा."
नीतू सीपीएए से करीब 12 साल से जुड़ी हुई हैं. इस सहयोग से, वह कैंसर से लड़ने की दिशा में अपनी आवाज और उद्देश्य को मजबूत करती आई हैं.
बता दें कि बिहार में जन्मी एक्ट्रेस ने साल 2005 में फिल्म 'गरम मसाला' से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. वह मधुर भंडारकर की फिल्म 'ट्रैफिक सिग्नल' और फिल्म 'ओए लकी लकी ओए' में भी नज़र आ चुकी हैं.
मुंबई: अभिनेत्री नीतू चंद्रा का मानना है कि चिकित्सकीय तौर पर असहाय होना सबसे खराब स्थिति होती है. ऐसे में वह इसमें योगदान करने के लिए जहां तक संभव हो अपने प्रभाव का इस्तेमाल करती है. अभिनेत्री के उत्साह को देखते हुए, टीन कैंसर अमेरिका ने उन्हें अपना एंबेसडर बनाया है. अभिनेत्री अपने प्रभाव, प्रतिभा और आवाज से फंड जुटाने में उनकी सहायता करेंगी.
नीतू ने बयान दिया, 'कैंसर एक घातक बीमारी है और इसने जिंदगी को देखने के मेरे नजरिए को बदल दिया है. अगर सही स्टेज पर मदद मिल जाती है तो इससे लड़ा जा सकता है. टीन कैंसर अमेरिका बहुत अच्छा काम कर रहा है और उनके लक्ष्य अच्छे और साध्य हैं."
अभिनेत्री ने आगे कहा, 'उनके साथ और कैंसर पेशंट्स एड एसोसिएशन (सीपीएए) के साथ जुड़ने के पीछे मेरा उद्देश्य शो के माध्यम से धन जुटाने में मदद करना है, जो वक्त रहते मरीजों को सही उपचार देने की प्रक्रिया में तेजी लाएगा."
नीतू सीपीएए से करीब 12 साल से जुड़ी हुई हैं. इस सहयोग से, वह कैंसर से लड़ने की दिशा में अपनी आवाज और उद्देश्य को मजबूत करती आई हैं.
बता दें कि बिहार में जन्मी एक्ट्रेस ने साल 2005 में फिल्म 'गरम मसाला' से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. वह मधुर भंडारकर की फिल्म 'ट्रैफिक सिग्नल' और फिल्म 'ओए लकी लकी ओए' में भी नज़र आ चुकी हैं.
Conclusion: