नई दिल्ली: गृह मंत्रालय (एमएचए) ने बड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी. ईटीवी भारत से बात करते हुए सीआईएसएफ के उप महानिरीक्षक दीपक वर्मा ने कहा कि सीआईएसएफ की महिला बटालियन की कर्मियों को सभी सुरक्षा संबंधी ड्यूटी में तैनात किया जाएगा.
वर्मा ने कहा, "चाहे वीआईपी सुरक्षा हो, एयरपोर्ट सुरक्षा हो, दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा हो, औद्योगिक सुरक्षा हो, 1000 से अधिक कर्मियों वाली महिला बटालियन हर जगह तैनात की जाएंगी."
उन्होंने कहा कि महिला बटालियन बनने से देश भर की अधिक से अधिक महत्वाकांक्षी युवतियां सीआईएसएफ में शामिल होने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए आगे आएंगी. उन्होंने कहा, "इससे सीआईएसएफ में महिलाओं को एक नई पहचान मिलेगी."
वर्मा के अनुसार, नई बटालियन के मुख्यालय के लिए शीघ्र भर्ती, प्रशिक्षण और स्थान के चयन के लिए कदम उठाए जा चुके हैं. उन्होंने कहा, "प्रशिक्षण विशेष रूप से एक उत्कृष्ट बटालियन बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है, जो वीआईपी सुरक्षा और अन्य सुरक्षा कर्तव्यों में कमांडो के रूप में विविध भूमिकाएं निभाने में सक्षम हो."
गौरतलब है कि केंद्रीय बल में सिर्फ महिलाओं वाली बटालियन बनाने का प्रस्ताव 53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के तहत शुरू किया गया था.
उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ उन महिलाओं के लिए पसंदीदा विकल्प रहा है, जो केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में देश की सेवा करना चाहती हैं. वर्तमान में बल में इनकी संख्या 7 प्रतिशत से अधिक है.
हालांकि, CISF में महिला कर्मियों की अच्छी संख्या है, जिन्हें मेट्रो सुरक्षा और अन्य सुरक्षा संबंधी कर्तव्यों के लिए नियुक्त किया जाता है, लेकिन महिला बटालियन की स्थापना महिला सशक्तिकरण के लिए बड़ा प्रोत्साहन होने जा रही है.
सीआईएसएफ की स्थापना 1969 में कई संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सरकारी कंपनियों) को सुरक्षा कवर प्रदान करने के लिए की गई थी, जिसमें केवल तीन बटालियन थीं. तब से यह बल 1,88,000 से अधिक कर्मियों की वर्तमान ताकत के साथ प्रमुख बहु-कुशल संगठन के रूप में विकसित हुआ है.
CISF वर्तमान में 68 नागरिक हवाई अड्डों सहित पूरे भारत में 359 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर प्रदान करता है. बल की अपनी अग्निशमन शाखा भी है, जो 115 प्रतिष्ठानों को सेवाएं प्रदान करती है.
CISF के सुरक्षा कवर में भारत की सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा सुविधाएं जैसे परमाणु प्रतिष्ठान, अंतरिक्ष प्रतिष्ठान, हवाई अड्डे, बंदरगाह, बिजली संयंत्र आदि शामिल हैं. इसके अलावा, CISF महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, प्रतिष्ठित विरासत स्मारकों, दिल्ली मेट्रो, संसद भवन परिसर और जम्मू-कश्मीर की केंद्रीय जेलों की भी सुरक्षा करता है.
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