नई दिल्ली : नवाजुद्दीन को हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक के रूप में जाना जाता है. बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने संघर्षो के दिनों को याद करते हुए कहा कि संघर्षो से उन्हें सफलता हासिल करने में मदद मिली है.
हिंदी सिनेमा के बारे में बात करते हुए नवाजुद्दीन ने बताया, "अपने करियर के सफर में मैंने 12 साल संघर्ष किया. आखिरकार, मैंने छोटी भूमिकाएं करना शुरू कर दी. भगवान का शुक्र है कि 2012 में 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'कहानी', 'तलाश' और अन्य फिल्में रिलीज हुईं, जिससे मेरा जीवन बदल गया.'
उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, "शुरुआत में काफी उतार-चढ़ाव थे. संघर्षो के समय को भुलाया नहीं जा सकता. मैंने उस समय बहुत कुछ सीखा. मुझे उस वक्त बहुत सारी चीजों का अनुभव हुआ और इसने आज मेरी मदद की है. नवाजुद्दीन ने कहा कि आदमी बुरे वक्त से भी सीख सकता है.उन्होंने उस समय से बहुत कुछ सीखा है, जो उनकी आज भी मदद कर रहा है.'
साल 2020 में नवाजुद्दीन ओटीटी-रिलीज फिल्म 'रात अकेली है' और 'सीरियस मैन' में नजर आये थे.
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बता दें कि नवाजुद्दीन ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1999 में प्रदर्शित फिल्म 'सरफरोश' में एक दृश्य के साथ की थी. 2012 की अनुराग कश्यप की 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से अभिनेता काफी लोकप्रिय हुए.
(इनपुट - आईएएनएस)