हैदराबाद : अमेरिका 9/11 हमले को आज पूरे दो दशक (20 साल) हो चुके हैं, लेकिन इस खौफनाक मंजर का दर्द आज भी उन लोगों के मन में उठता है, जिन्होंने इस हमले में अपनों को खोया था. इस आतंकी हमले में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दो टावर- साउथ और नार्थ टावर बम से उड़ा दिया गया था और इसमें तकरीबन तीन हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. इस हमले पर हॉलीवुड और बॉलीवुड में फिल्में बनाई गईं. इन पांच फिल्मों में दिखाया गया है 9/11 हमले का खौफनाक मंजर.
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर
फिल्म 'वर्ल्ड ट्रेड सेंटर' साल 2006 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को डायरेक्टर ओलिवर स्टोन ने बनाया था. फिल्म में 9/11 आतंकी हमले का शिकार हुए दो पुलिस ऑफिसर की कहानी पर जोर डाला गया, जो मलबे के नीचे दब गए थे. फिल्म में निकोलस केज, माइकेल पेना, मारिया बेलो और मैगी ग्लिनहाल ने मुख्य भूमिका निभाई थी. फिल्म का बजट साढ़े छह करोड़ डॉलर था.
इनसाइड द ट्विन टावर्स
साल 2006 में ही रिचर्ड डेल ने स्पेशल डॉक्यूमेंट्री इनसाइड द ट्विन टावर्स का निर्माण किया था. इस फिल्म में अमेरिकन 11 और यूनाइटेड 175 किस तरह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकराए थे, दिखाया गया है.
माई नेम इज खान
बॉलीवुड में शाहरुख खान की 'माई नेम इज खान' और जॉन अब्राहम की 'न्यूयॉर्क' को 9/11 हमले से जोड़कर बनाया गया था. फिल्म में दिखाया गया है कि 9/11 हमले के बाद अमेरिका में मुसलमानों की दुर्दशा कैसी हो गई थी. बॉक्स ऑफिस पर दोनों ही फिल्मों को अच्छा रिस्पॉन्स मिला था.
जीरो डार्क थर्टी
अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले पर कैथरीन बिगेलो ने साल 2012 में फिल्म 'जीरो डार्क थर्टी' बनाई. फिल्म में हमले की रात का पूरा वाकया दिखाया गया है और साथ ही हमलों के बाद ओसामा बिन लादेन की दस सालों की मुश्किलों की कहानी भी बताई गई है. बता दें, इस फिल्म को ऑस्कर में जगह मिली थी.
13 आवर्स: द सीक्रेट सोल्जर्स ऑफ बेन्गाजी
साल 2016 में आई फिल्म 'द सीक्रेट सोल्जर्स ऑफ बेन्गाजी' अमेरिकी युद्ध-जीवनी पर आधारित थी. फिल्म का निर्देशन माइकल बे ने किया था. यह यह फिल्म उन छह सुरक्षाकर्मियों पर आधारित है, जो आतंकी हमले में लिबिया के बेन्गाजी स्थित अमेरिकी राजनीतिक कम्पाउंड की हिफाजत कर रहे थे.
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