नई दिल्ली : गूगल ने बॉलीवुड के जाने-माने दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी की 87वीं जयंती के मौके पर एक डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पुणे के गेस्ट आर्टिस्ट देबांगशु मौलिक ने यह डूडल बनाकर अमरीश पुरी की प्रतिभा को सलाम किया है.
1932 में आज ही के दिन पंजाब में अमरीश पुरी का जन्म हुआ था. उन्हें अपनी जिंदगी का पहला रोल 39 वर्ष की आयु में मिला और तब से लेकर कई सालों तक भारतीय सिनेमा के इतिहास में उन्होंने विलेन के रूप में कई यादगार किरदारों को निभाया.
थिएटर की दुनिया में काम करने और वॉयस ओवर करने के बाद साल 1971 में आई फिल्म 'रेशमा और शेरा' से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया. इसके एक दशक बाद ऑस्कर विजेता फिल्म 'गांधी' में एक सहायक भूमिका खान के रूप में उन्होंने हॉलीवुड में कदम रखा.
गूगल डूडल ने दी अमरीश पुरी को श्रद्धांजलि - Google doodle
अभिनेता अमरीश पुरी की 87वीं जयंती के मौके पर एक डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
नई दिल्ली : गूगल ने बॉलीवुड के जाने-माने दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी की 87वीं जयंती के मौके पर एक डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पुणे के गेस्ट आर्टिस्ट देबांगशु मौलिक ने यह डूडल बनाकर अमरीश पुरी की प्रतिभा को सलाम किया है.
1932 में आज ही के दिन पंजाब में अमरीश पुरी का जन्म हुआ था. उन्हें अपनी जिंदगी का पहला रोल 39 वर्ष की आयु में मिला और तब से लेकर कई सालों तक भारतीय सिनेमा के इतिहास में उन्होंने विलेन के रूप में कई यादगार किरदारों को निभाया.
थिएटर की दुनिया में काम करने और वॉयस ओवर करने के बाद साल 1971 में आई फिल्म 'रेशमा और शेरा' से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया. इसके एक दशक बाद ऑस्कर विजेता फिल्म 'गांधी' में एक सहायक भूमिका खान के रूप में उन्होंने हॉलीवुड में कदम रखा.
नई दिल्ली : गूगल ने बॉलीवुड के जाने-माने दिवंगत अभिनेता अमरीश पुरी की 87वीं जयंती के मौके पर एक डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. पुणे के गेस्ट आर्टिस्ट देबांगशु मौलिक ने यह डूडल बनाकर अमरीश पुरी की प्रतिभा को सलाम किया है.
1932 में आज ही के दिन पंजाब में अमरीश पुरी का जन्म हुआ था. उन्हें अपनी जिंदगी का पहला रोल 39 वर्ष की आयु में मिला और तब से लेकर कई सालों तक भारतीय सिनेमा के इतिहास में उन्होंने विलेन के रूप में कई यादगार किरदारों को निभाया.
थिएटर की दुनिया में काम करने और वॉयस ओवर करने के बाद साल 1971 में आई फिल्म 'रेशमा और शेरा' से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया. इसके एक दशक बाद ऑस्कर विजेता फिल्म 'गांधी' में एक सहायक भूमिका खान के रूप में उन्होंने हॉलीवुड में कदम रखा.
अपने जीवनकाल में उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिनमें हिंदी, मराठी,कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तेलुगु, तमिल और अंग्रेजी भाषाओं की फिल्में भी शामिल हैं. साल 1987 में आई फिल्म 'मिस्टर इंडिया' में अमरीश पुरी ने 55 साल की आयु में मशहूर विलेन मोगैम्बो के किरदार को निभाया था. इसी फिल्म में उनका बहुचर्चित संवाद 'मोगैम्बो खुश हुआ' था.
Conclusion: