मुंबई : रानी मुखर्जी अभिनीत फिल्म 'मर्दानी' की रिलीज को आज 6 साल पूरे हो गए हैं. इस फिल्म की राइटर गोपी पुथरन को लगता है कि महिलाओं पर अच्छी कहानियों की कमी है.
उन्होंने कहा, "यह मेरा अंदाजा है कि एक फ्रेंचाइजी के रूप में 'मर्दानी' दर्शकों को इसलिए भी पसंद आई, क्योंकि महिलाओं पर अच्छी कहानियों का अकाल है."
उन्होंने कहा, "दोनों फिल्मों में हमनें जिन विषयों पर काम किया, उनमें एक संघर्ष दिखाया गया है. एक ऐसी दुनिया में अपनी पहचान बनाए रखने का संघर्ष जिसमें आपको लगातार समझौता करने के लिए कहा जाता है. यही वह चीज है जिसे हमनें ईमानदारी के साथ निभाया है."
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि हमारे विषयों की गंभीरता और उनसे जुड़े मुद्दों से ईमानदारी से निपटने के काम ने दर्शकों को आकर्षित किया. हम आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे."
'मर्दानी' में जीशु सेनगुप्ता, ताहिर राज भसीन और सानंद वर्मा भी हैं. यह कहानी शिवानी शिवाजी रॉय (रानी) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक पुलिसकर्मी हैं.
पुथरन का रानी के साथ एक बहुत अच्छा रिश्ता है. उन्हें लेकर उनका कहना है कि "रानी ने वास्तव में इस कैरेक्टर को शानदार तरीके से निभाया है. उन्होंने इस कैरेक्टर में बहुत गहराई और गंभीरता से काम किया है जो बहुत संतोषजनक है."
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उन्हें लगता है कि रानी एक्शन सीन को लेकर सहज हैं.
(इनपुट-आईएएनएस)