बीते एक दशक में बॉलीवुड की सिल्वर स्क्रीन पर कई अभिनेत्रियों, निर्देशिकाओं और निर्माताओं ने अपने हुनर से दुनिया को दिखाया कि अगर लड़कियां चाहें तो वह किसी भी क्षेत्र में ऊंचे से ऊंचा पायदान हासिल कर सकती हैं, इसकी जीती-जागती मिसाल हैं अभिनेत्री कंगना रनौत.
कंगना ने अपने सफर की शुरूआत दिल्ली से की, जहां वह पार्ट टाइम मॉडलिंग करती थीं. फिर आ पहुंची मायानगरी मुंबई. कुछ समय की स्ट्रगल के बाद अनुराग बसु की थ्रिलर फिल्म 'गैंग्सटर' में फीमेल लीड का रोल हासिल किया.
साल 2006 में डेब्यू करने के बाद लगातार कई फिल्मों में छोटे मगर यादगार किरदार किए. इन्ही में से एक थी मधुर भंडारकर की क्रिटिकली अकलेम्ड फिल्म 'फैशन'. एक शोस्टॉपर बनने की इच्छा रखने वाली कंगना का किरदार लोगों को और क्रिटिक्स को खूब भाया.
लेकिन कंगना को स्टार का ओहदा 2013 की फिल्म 'क्वीन' ने दिया. जिसमें उनके चुलबुले और सादगी भरे किरदार ने लोगों का दिल तो जीता ही, बॉक्स ऑफिस पर भी कमाल कर दिया. फिर तो कंगना ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 'बॉलीवुड क्वीन' कंगना रनौत बन गईं.
साल 2013 से 2020 तक अभिनेत्री ने कई बेहतरीन फिल्में सिल्वर स्क्रीन पर पेश कीं, जिनमें कुछ सुपरहिट रहीं और कुछ नहीं. लेकिन कंगना का बॉलीवुड क्वीन का रूतबा अभी भी बरकरार है.
कई कंट्रोवर्सीस खासकर इंडस्ट्री में परिवारवाद पर मुखरता से बोलने वाली अभिनेत्री ने इस साल देश का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म श्री हासिल किया, जो इस बात का सबूत है कि मेहनत और लगन से कामयाबी जरूर मिलती है.
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर शिमला की कंगना से पद्म क्षी कंगना रनौत तक का सफर तय करने वाली अभिनेत्री को ईटीवी भारत की तरफ से एक सलाम और मुबारकबाद.