मुंबई: अभिनेता आयुष्मान खुराना इन दिनों फेमिनिस्म को लेकर कड़ा रुख अपना रहे हैं. हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अभिनेता ने दावा किया है कि वह एक 'फेमिनिस्ट' हैं.
भारत के कुछ शहरों में अब भी प्रचलित असंतुलित लिंग-अनुपात के बारे में बोलते हुए आयुष्मान ने बताया- "मैं एक ऐसी जगह से आता हूं, जहां लिंग-अनुपात वास्तव में बंद है. तो वहां पर लड़के ज्यादा और लड़कियां कम हैं. वहां के लोग इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि आज की डेट में लड़के ज्यादा हो. जिसके चलते लड़कियों के पैदा होने से पहले ही उन्हें रोक दिया जाता है.....2019 में भी ऐसा ही है."
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अभिनेता ने आगे कहा कि आज वह जो भी हैं वे सिर्फ अपनी पत्नी ताहिरा की वजह से हैं. उन्होंने बताया कि कॉलेज के दिनों में वह बिलकुल ऐसे नहीं थे. उनके जिंदगी में ताहिरा एक ऐसी प्ररेणा बन कर आई, जिनकी वजह से उन्होंने अपने अंदर कई बदलाव लाए.
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फेमिनिस्म के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा- "कोई इंसान भी फेमिनिस्ट नहीं है उससे खुद महसूस करके बनना पड़ता है. मैं चाहता हूं कि लोग इस सोच को बदलकर एक अच्छे इंसान बने. 'अगर कोई बदलता है तब ही फायदा है.'"
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वर्क फ्रंट की बात करें तो आयुष्मान खुराना अपनी आगामी फिल्म गुलाबो सिताबो में व्यक्त हैं.