मुंबईः डायरेक्टर- एक्टर फरहान अख्तर ने रविवार को एक सोशल मीडिया यूजर को कट्टर कहा, यूजर ने अभिनेता को मुस्लिमों तक पहुंच कर उन्हें नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में आंदोलन करने के दौरान देश की संपत्ति को बर्बाद करने से रोकने के लिए कहा था.
यूजर ने ट्वीट किया था, 'हैल्लो @faroutakhtar @azmishabana, अपनी कौम तक पहुंचो और उन्हें बताओ कि मेरे देश की संपत्ति को बर्बाद न करें. जब ये दंगाई अरेस्ट हों और बुरी तरह पीटें तब रोना मत.'
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Hi @FarOutAkhtar @Javedakhtarjadu @azmishabana , reach out to your qaum & tell them not to destroy my country's property. Don't cry when these rioters get arrested & beaten black & blue. https://t.co/kAj5wA4lOk
— गीतिका (@ggiittiikkaa) December 14, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— गीतिका (@ggiittiikkaa) December 14, 2019Hi @FarOutAkhtar @Javedakhtarjadu @azmishabana , reach out to your qaum & tell them not to destroy my country's property. Don't cry when these rioters get arrested & beaten black & blue. https://t.co/kAj5wA4lOk
— गीतिका (@ggiittiikkaa) December 14, 2019
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Going to request David Dhawan to cast you in ‘Bigot no 1.’ .. you are perfect for the part. https://t.co/mJY06imbA4
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) December 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) December 15, 2019
पढ़ें- पापोन ने असम में तनाव के चलते कैंसिल किया दिल्ली कॉन्सर्ट
इंडिया के कई हिस्सों में नागरिक देश का पूरा नॉर्थ-ईस्ट क्षेत्र, खासकर असम में हाल ही में संसद में पास हुए नागरिक (संशोधन) एक्ट(CAA) के खिलाफ भारी हिंसात्मक प्रदर्शन और आंदोलन कर रहा है. नॉर्थ-ईस्ट वासियों का ऐसा उग्र रूप सोमवार की रात से ही है जब से लोकसभा में बिल पारित कर दिया गया था. राज्यसभा में बिल पास होने के बाद से स्थिति और गंभीर हो गई है. असम में मोबाइल इंटरनेट सेवा को अगले 48 घंटों तक बंद कर दिया गया है.
बिल जो कि लगता है अब अधिनियम बन गया है, उसके जरिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांगलादेश से आए पीड़ित हिंदुओं, क्रिश्चन्स, सिख, पारसी, जैन और बुद्धिस्टों को भारत की नागरिकता मिल पाएगी.
नॉर्थ-ईस्ट खासकर असम, त्रिपुरा और मेघालय में हो रहे हिसंक आंदोलन में साफ साफ मांग की जा रही है कि सीएए को वापस लिया जाए वर्ना यह एक्ट उस इलाके के भौगोलिक क्षेत्र और जीनवशैली, संस्कृति और 45.58 मिलियन लोगों के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में बहुत बड़ा बदलाव कर देगा.
इनपुट्स- आईएएनएस