मुंबईः अभिनेता-निर्माता सचिन जोशी की कंपनी वाइकिंग वेंचर्स में काम करने वाले 30 पूर्व कर्मचारियों का आरोप हैं कि अभिनेता ने उनकी बकाया सैलेरी काम छोड़ने के महीनों बाद भी नहीं दी है, जो करीब 31 लाख रूपये है. इस इल्जाम पर जवाब देते हुए अभिनेता ने कहा कि यह सिर्फ 'बदनाम' करने के तरीके हैं.
पूर्व कर्मचारियों के मुताबिक, वाइकिंग वेंचर्स, जिसके चेयरमैन जोशी हैं और इसका डिजिटल मीडिया ग्रुप थिंक टैंक ने मार्च 2019 की शुरूआत से ही सैलेरी रोक रखी है.
उन्होंने यह भी इल्जाम लगाया कि मैनेजमेंट उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर रहा है.
इसके जवाब में पीटीआई को दिए हालिया इंटरव्यू में जोशी ने कहा कि वह इन असंतुष्ट कर्मचारियों के पैसे ऐंठने वाले तरीकों में नहीं फसेंगे. जोशी एक बिजनेसमैन है और 1000 से ज्यादा परिवारों की देखभाल करते हैं.
अभिनेता ने बताया कि वाइकिंग वेंचर्स ने टगबोट को हासिल किया और उसे थिंक टैंक के साथ जोड़ा, जिसमें डील यह थी कि वे खुद ही आय जुटाएंगे और हम उन्हें आधारिक समर्थन देंगे.
हालांकि, अभिनेता ने यह भी दावा किया कि एक जालसाजी का मामला भी था जिस वजह से उस समय जिनको नौकरी पर रखा गया था, उन्हें निकाला गया. इस मामले में छानबीन अभी चल रही है.
पढ़ें- भंसाली की फिल्म 'बैजू बावरा' में जमेगी रणबीर और दीपिका की जोड़ी?
पूर्व कर्मचारियों ने बताया कि उन्होंने मार्च की शुरूआत में चीफ लेबर कमिश्नर के यहां मामला दर्ज करवाया था लेकिन कोरोना वायरस महामारी की वजह से काम अटक गया.
(इनपुट्स- पीटीआई)