ETV Bharat / sitara

सेव आरे कैम्पेन पर ट्रोल हुए दीया मिर्जा और फरहान अख्तर

अभिनेता फरहान अख्तर और दीया मिर्जा जो मेट्रो कार शेड के लिए आरे कॉलोनी के पेड़ों की कटाई के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपना विरोध जताया हैं, उनकी इस प्रतिक्रिया के लिए ट्विटर पर उन्हें काफी ट्रोल किया गया.

Courtesy: Social media
author img

By

Published : Oct 6, 2019, 5:39 PM IST

Updated : Oct 6, 2019, 6:39 PM IST

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर और अभिनेत्री दीया मिर्जा भी उन सेलेब्रिटीज में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने मुंबई के आरे कॉलोनी में मेट्रो रेल यार्ड बनाए जाने के लिए लगभग 400 पेड़ों को काट दिए जाने पर महाराष्ट्र सरकार की निंदा की है. सरकार की निंदा करने पर दोनों ट्रोल के शिकार हुए. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे भी आगे आएं और सरकार के इस फैसले का विरोध करें.

पढ़ें: सानिया ने खोला बड़ा राज, कहा- बचपन में सब बोलते थे कोई मुझसे शादी नहीं करेगा

इन्होंने मध्यरात्रि में पेड़ों को काटे जाने की भी जमकर निंदा की है. भाजपा सरकार की निंदा सहन न करने वाले लोगों ने ट्विटर पर इन्हें जमकर ट्रोल किया है. दीया ने ट्विटर पर लिखा था, 'काली रात में 400 पेड़ काट डाले गए. लोग इस हत्याकांड को रोकने के लिए आगे आने की आपसे अपील कर रहे हैं. क्या आपको दिखाई नहीं देता कि यह प्यार के चलते आपस में जुड़े हुए हैं, उनका यह प्यार प्रकृति, हमारे बच्चों और हमारे भविष्य के लिए है.'

  • Cutting trees at night is a pathetic attempt at trying to get away with something even those doing it know is wrong. #Aarey #GreenIsGold #Mumbai

    — Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) October 5, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

फरहान ने लिखा, 'रात के अंधेरे में पेड़ों को काटा जाना निराशाजनक है, ऐसा करना उस एक चीज से भागना है, जिन्हें वह (काटने वाले व्यक्ति) जानते हैं कि यह गलत है.' जहां कुछ लोगों ने दोनों को अपना समर्थन दिया तो कुछ ऐसे भी रहे, जिन्होंने इन्हें ट्रोल किया. एक ने कहा, 'क्या आप जानते हैं कि बड़ा हो या छोटा, लेकिन एक आम आदमी की तुलना में आप जैसे सेलेब कितनी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट छोड़ते हैं? पहले इन्हें कम करने का प्रयास करें.'

किसी और एक यूजर ने लिखा, 'चलिए आरे से फिल्म सिटी को हटाने का एक और अभियान चलाते हैं.' एक यूजर ने यह भी लिखा, 'दीया कृपया शांत हो जाएं और माननीय बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पढ़ें. दूसरी तरफ की बात को भी समझने का थोड़ा प्रयास करें और उसके बारे में जानकारी हासिल करें. समाज के हित में हमेशा बयानबाजी से काम नहीं चलता है.' एक अन्य यूजर ने मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा प्रकाशित एक स्पष्टीकरण को अपलोड किया है जिसमें पेड़ों के गिराने के अपने फैसले का बचाव किया गया है और यह भी लिखा गया है कि इस प्रक्रिया में किसी भी वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया है.

एक यूजर ने फरहान अख्तर पर निशाना साधते हुए कहा है, 'फरहान भाई, क्या आपने कभी मुंबई में लोकल ट्रेन से सफर किया है? मुझे लगता है कि एयर कंडीशनर वाले अपने एसयूवी कार में बैठकर ट्वीट करते हुए ज्यादा वक्त नहीं लगता होगा. इस मेट्रो से मुंबई में रहने वाले लाखों की जिंदगी संवर जाएगी.' एक ने लिखा, 'उन्होंने ऐसा रात में जरूर किया होगा, लेकिन इसलिए नहीं कि वे कुछ गलत कर रहे हैं बल्कि इसलिए क्योंकि सुबह में काफी ट्रैफिक होता है. बॉलीवुड का आईक्यू भी शून्य है और अगर आपको जलवायु व पेड़ों की इतनी ही फिक्र है तो आप कब पौधे लगा रहे हैं, कब ईंधन से चलने वाली अपनी एसयूवी को छोड़कर ट्रेन से सफर कर रहे हैं?'

मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर और अभिनेत्री दीया मिर्जा भी उन सेलेब्रिटीज में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने मुंबई के आरे कॉलोनी में मेट्रो रेल यार्ड बनाए जाने के लिए लगभग 400 पेड़ों को काट दिए जाने पर महाराष्ट्र सरकार की निंदा की है. सरकार की निंदा करने पर दोनों ट्रोल के शिकार हुए. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे भी आगे आएं और सरकार के इस फैसले का विरोध करें.

पढ़ें: सानिया ने खोला बड़ा राज, कहा- बचपन में सब बोलते थे कोई मुझसे शादी नहीं करेगा

इन्होंने मध्यरात्रि में पेड़ों को काटे जाने की भी जमकर निंदा की है. भाजपा सरकार की निंदा सहन न करने वाले लोगों ने ट्विटर पर इन्हें जमकर ट्रोल किया है. दीया ने ट्विटर पर लिखा था, 'काली रात में 400 पेड़ काट डाले गए. लोग इस हत्याकांड को रोकने के लिए आगे आने की आपसे अपील कर रहे हैं. क्या आपको दिखाई नहीं देता कि यह प्यार के चलते आपस में जुड़े हुए हैं, उनका यह प्यार प्रकृति, हमारे बच्चों और हमारे भविष्य के लिए है.'

  • Cutting trees at night is a pathetic attempt at trying to get away with something even those doing it know is wrong. #Aarey #GreenIsGold #Mumbai

    — Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) October 5, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

फरहान ने लिखा, 'रात के अंधेरे में पेड़ों को काटा जाना निराशाजनक है, ऐसा करना उस एक चीज से भागना है, जिन्हें वह (काटने वाले व्यक्ति) जानते हैं कि यह गलत है.' जहां कुछ लोगों ने दोनों को अपना समर्थन दिया तो कुछ ऐसे भी रहे, जिन्होंने इन्हें ट्रोल किया. एक ने कहा, 'क्या आप जानते हैं कि बड़ा हो या छोटा, लेकिन एक आम आदमी की तुलना में आप जैसे सेलेब कितनी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट छोड़ते हैं? पहले इन्हें कम करने का प्रयास करें.'

किसी और एक यूजर ने लिखा, 'चलिए आरे से फिल्म सिटी को हटाने का एक और अभियान चलाते हैं.' एक यूजर ने यह भी लिखा, 'दीया कृपया शांत हो जाएं और माननीय बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पढ़ें. दूसरी तरफ की बात को भी समझने का थोड़ा प्रयास करें और उसके बारे में जानकारी हासिल करें. समाज के हित में हमेशा बयानबाजी से काम नहीं चलता है.' एक अन्य यूजर ने मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा प्रकाशित एक स्पष्टीकरण को अपलोड किया है जिसमें पेड़ों के गिराने के अपने फैसले का बचाव किया गया है और यह भी लिखा गया है कि इस प्रक्रिया में किसी भी वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया है.

एक यूजर ने फरहान अख्तर पर निशाना साधते हुए कहा है, 'फरहान भाई, क्या आपने कभी मुंबई में लोकल ट्रेन से सफर किया है? मुझे लगता है कि एयर कंडीशनर वाले अपने एसयूवी कार में बैठकर ट्वीट करते हुए ज्यादा वक्त नहीं लगता होगा. इस मेट्रो से मुंबई में रहने वाले लाखों की जिंदगी संवर जाएगी.' एक ने लिखा, 'उन्होंने ऐसा रात में जरूर किया होगा, लेकिन इसलिए नहीं कि वे कुछ गलत कर रहे हैं बल्कि इसलिए क्योंकि सुबह में काफी ट्रैफिक होता है. बॉलीवुड का आईक्यू भी शून्य है और अगर आपको जलवायु व पेड़ों की इतनी ही फिक्र है तो आप कब पौधे लगा रहे हैं, कब ईंधन से चलने वाली अपनी एसयूवी को छोड़कर ट्रेन से सफर कर रहे हैं?'

Intro:Body:

मुंबई: फरहान अख्तर और दीया मिर्जा ने मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों को गिराने पर विरोध किया और अभिनेताओं को अपनी चिंता के लिए ट्रोलर्स का सामना करना पड़ा.

अपनी चिंता को व्यक्त करते हुए, अभिनेता फरहान अख्तर ने ट्विटर पर लिखा, 'रात में पेड़ काटना एक दयनीय प्रयास है. जो किसी चीज से दूर होने की कोशिश कर रहा है, यहां तक ​​कि यह भी पता है कि यह गलत है.'

दीया मिर्जा जो कि संयुक्त राष्ट्र सद्भावना राजदूत हैं. उन्होंने अपनी चिंता व्यक्त की और ट्वीट किया, 'रात के अंधेरे में 400 पेड़ों को काट दिया गया है. जैसा कि नागरिकों ने इस हत्याकांड को रोकने के लिए एक साथ गाया और एकता से हाथ मिलाया. प्रकृति से प्यार! हमारे बच्चों और हमारे भविष्य के लिए प्यार.'

जबकि कुछ ने सरकार के खिलाफ अभिनेताओं की फटकार का समर्थन किया, बहुमत ने उन्हें मंजूरी नहीं दी, यह सुझाव देते हुए कि उन्होंने सार्वजनिक सुविधा के लिए मेट्रो ट्रैक बिछाने के सरकार के फैसले के महत्व को पूरी तरह से नहीं समझा. विशिष्ट हस्तियों के लिए, जो केवल अपनी राय के बिना गहराई से अपनी राय देने के लिए तैयार हैं. 'वृक्ष बचाओ, जीवन बचाओ'.

एक उपयोगकर्ता ने दीया के साथ सहमति व्यक्त की तो वहीं कुछ ने कहा, 'उसके अभियान से यकीन नहीं होता.'

क्या आप जानते हैं कि एक आम आदमी की तुलना में आप में से प्रत्येक ने कितने कार्बन पदचिह्न छोड़े हैं, चाहे वह छोटे या बड़े हों.

एक उपयोगकर्ता ने लिखा, 'पहले प्रयास करें कि इसे कम करें'. जबकि एक अन्य ने टिप्पणी की, 'आइए आरे से फिल्म सिटी को स्थानांतरित करने के लिए एक आंदोलन शुरू करें.'

एक अन्य उपयोगकर्ता ने लिखा है, 'एक बदलाव के लिए डी कहानी के दूसरे पक्ष को भी समझें और ठीक से सूचित करें. अन्य समाजवादियों ने हमेशा समाज के बड़े हितों के लिए काम नहीं किया है.'

एक अन्य उपयोगकर्ता ने मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा एक प्रकाशित विवरण अपलोड किया है, आरे में पेड़ों को गिराने के अपने फैसले का बचाव करते हुए रेखांकित किया गया है कि कैसे कोई वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया है.

किसी अन्य उपयोगकर्ता ने लिखा, 'मुझे यह बात याद आ रही है - क्या कोई मुझे एक धागे के साथ मदद कर सकता है जो वैज्ञानिक रूप से एक वैकल्पिक स्थान का प्रस्ताव देता है.'

ऐसे ही कई उपयोगकर्ताओं ने अपनी- अपनी राय रखी.

फरहान के ट्वीट पर प्रतिक्रियाएं कम कठोर नहीं थीं.

एक उपयोगकर्ता ने लिखा, 'फरहान भाई, क्या आपने कभी मुंबई में लोकल ट्रेन से यात्रा की है? मुझे लगता है कि पूरे जोरों पर एयर कंडीशनिंग ऑन के साथ अपनी एसयूवी में ड्राइविंग करते समय ट्वीट करने में ज्यादा समय नहीं लगाया. मेट्रो लाखों मुंबईकरों के जीवन को बेहतर बनाएगी.

एक अन्य उपयोगकर्ता ने फरहान के पेज पर टिप्पणी की, 'इस तरह के पीपीएल हैं चुनाव कार्यकर्ता...वह इस मुद्दे की परवाह नहीं करते हैं, ज्यादातर समय मुद्दे की समझ से पूरी तरह से अनजान होते हैं ... यह या तो एक फिल्म से पहले या चुनाव से पहले होता है.'

 


Conclusion:
Last Updated : Oct 6, 2019, 6:39 PM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.