मुंबई : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा ढहाए जाने के मामले में लखनऊ की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने आज अपना फैसला सुना दिया.
28 साल बाद सुनाए गए इस फैसले में कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया.
सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा बाबरी विध्वंस केस में फैसला आने के बाद बॉलीवुड सितारों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'इस जगह से ऊपर भी एक अदालत है, यहां देर है अंधेर नहीं.'
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इस जगह से ऊपर भी एक अदालत है, यहां देर है अंधेर नहीं।
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एक्ट्रेस गौहर खान ने लिखा, 'निश्चित रूप से, उसकी वजह एक भूकंप था. हाहाहा. ये हम पर किया मजाक है.'
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But ofcourse ! 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻 it was an earthquake! Hahahhaha . The joke is on us ! https://t.co/LSqwSFBA36
— Gauahar Khan (@GAUAHAR_KHAN) September 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'श्री लाल कृष्ण आडवाणी को बधाई, अब आप इस देश की आत्मा पर अकेले एक लंबी खूनी रेखा खींचने के आरोपों से बरी हो गए हैं. भगवान आपको बहुत लंबी उम्र दे.'
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Congratulations Mr Lal Krishna Advani you are now acquitted of the charges of single handedly drawing a bloody line across the soul of this country. May God give you a very long life.
— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) September 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Anubhav Sinha (@anubhavsinha) September 30, 2020
अभिनेता जीशान अय्यूब ने फैसले पर सवाल उठाते हुए लिखा, '18 साल तक जिस मुद्दे को हथियार बनाया, वोट बटोरे और देश को तोड़ा गया, जिस हिंसा को इन सबने छाती ठोक के देश में फैलाया.....उस तक से बरी हो गए!!!?? वाह रे मेरे देश!!!'
साउथ एक्ट्रेस प्रणिता सुभाष ने लिखा, 'तब कानून का शासन कहां था जब राजनीतिक नेताओं को गिरफ्तार किया गया था? तब न्याय कहां था जब पुलिस ने कारसेवकों पर गोलियां चलाई थीं? क्षमा करें, लेकिन भूलें नहीं.'
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Where was the rule of law when political leaders were arrested? Where was justice when karsevaks were fired at by the police squads? Forgive, don't forget.#BabriMasjidDemolition #BabriMasjidDemolitionCase
— Pranitha Subhash (@pranitasubhash) September 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Pranitha Subhash (@pranitasubhash) September 30, 2020
बता दें, बाबरी विध्वंस मामले में लखनऊ स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, महंत गोपालदास, विनय कटियार और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया गया है. जज एसके यादव ने कहा है कि विवादित ढांचा गिराने की घटना पूर्व नियोजित नहीं थी और ये घटना अचानक हुई थी.
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अदालत ने सीबीआई के साक्ष्यों को नाकाफी करार देते हुए सबूतों के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया. ये केस बीते 28 साल से अदालत में लंबित था.
6 दिसंबर, 1992 में हिंसक कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिरा दिया था. 32 अभियुक्तों पर आरोप थे कि उन्होंने विवादित ढांचा को गिराने के लिए साजिश रची थी.