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'झुंड' की रिलीज पर रोक के लिए कानूनी याचिका दाखिल, लगा कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप - झुंड पर दाखिल हुआ मुकदमा

हैदराबाद के स्वतंत्र फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार द्वारा फिल्म 'झुंड' की रिलीज पर रोक लगाने के लिए मुकदमा दायर किया गया है. उन्होंने फिल्म को लेकर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया है.

हैदराबाद के स्वतंत्र फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार
हैदराबाद के स्वतंत्र फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार
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Published : May 25, 2020, 9:48 PM IST

हैदराबाद: अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'झुंड' की रिलीज पर रोक लगाने के लिए एक कानूनी याचिका दाखिल की गई है, जिस पर 28 मई को सुनवाई होनी है. फिल्म का निर्देशन 'सैराट' के निर्देशक नागराज मंजुले ने किया है.

यह मुकदमा हैदराबाद के स्वतंत्र फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार द्वारा मियापुर, तेलंगाना में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश रंगा रेड्डी की अदालत में दायर किया गया है. उन्होंने फिल्म को लेकर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया है.

फिल्म 'झुंड' एनजीओ 'स्लम सॉकर फाउंडेशन' के संस्थापक और कोच विजय बरसे की कहानी पर आधारित है. विजय ने स्लम के बच्चों को सॉकर, और फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया और बुरी आदतों का शिकार होने से बचाया. वह अखिलेश पॉल के कोच भी थे, जो एक बदनाम गैंगस्टर से फुटबॉल खिलाड़ी बना था.

विजय बरसे के जीवन की कहानी अखिलेश पॉल का किरदार दिखाए बगैर पूरी नहीं हो सकती है, जो भारतीय कप्तान के रूप में स्लम सॉकर खेलते थे. नंदी चिन्नी कुमार का दावा है कि उन्होंने अखिलेश पॉल की कहानी के सारे कॉपीराइट खरीदे हैं. लेकिन कथित तौर पर अब उन्होंने (अखिलेश)उनसे कहा है कि उन्होंने उन्हें (नंदी चिन्नी कुमार)को केवल एक वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री )के लिए अधिकार बेचे हैं न कि एक फीचर फिल्म के लिए.

इसके अलावा, कुमार का दावा है, 'झुंड' के निर्माताओं ने टेलीफोन पर उन्हें सूचित किया है कि उन्होंने खुद अखिलेश पॉल से उनकी कहानी के अधिकार खरीदे हैं, लेकिन लिखित में उनके साथ कुछ भी साझा नहीं किया गया है.

नंदी चिन्नी कुमार ने बताया, "मैंने अखिलेश पॉल का विशेष कॉपीराइट खरीदा है, जो एक डॉन और स्लम फुटबॉल खिलाड़ी है और भारतीय कप्तान के रूप में स्लम फुटबॉल खेलता है. वह अपने कोच विजय बरसे से प्रेरित था. अब, नागराज मंजुले जी एक फिल्म बना रहे हैं, जो कि विजय बरसे के वास्तविक जीवन की कहानी है. बरसे ने अपने जीवन पर एक फिल्म बनाने का अधिकार टी-सीरीज को बेच दिया है, जो फिल्म के निर्माता हैं.

उन्होंने कहा, ''अखिलेश पॉल ने मुझे 'कानूनी नोटिस' में सूचित किया है कि उन्होंने अपने जीवन पर फिल्म बनाने के लिए नागराज मंजुले को अधिकार बेच दिए हैं, जो कि साफतौर पर अनुबंध के उल्लंघन के अलावा कुछ भी नहीं है. उन्होंने मुझे यह भी बताया कि उन्होंने मुझे अपने जीवन पर एक फीचर फिल्म बनाने के अधिकार कभी नहीं बेचे थे, बल्कि केवल एक वृत्तचित्र बनाने के लिए मुझे अधिकार बेचे थे."

नंदी चिन्नी कुमार ने कहा, ''इसके अलावा, निर्देशक नागराज मंजुले, निर्माता सवितराज हिरेमथ और शिव चानना (टी-सीरीज) ने मुझे टेलीफोन पर बातचीत में बताया कि उन्होंने अखिलेश पॉल से अधिकार खरीदे हैं, लेकिन उन्होंने अब तक मेरे साथ लिखित रूप में कुछ भी साझा नहीं किया है. अब वे इंकार करते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने अखिलेश पॉल से कोई अधिकार नहीं खरीदे हैं, "

उन्होंने कहा, "निर्माता और निर्देशक नागराज मंजुले ('झुंड') ने कानूनी नोटिस में इन तथ्यों को दबा दिया है कि उन्हें मेरे ईमेल मिले हैं और उन्होंने विजय बरसे से अधिकार खरीदे हैं. इसके विपरीत, वे कह रहे हैं कि वे सार्वजनिक हितों से एक फिल्म बना रहे हैं. जो कॉपीराइट उल्लंघन मामले से रहित है. मैं थिएटर में फिल्म की रिलीज के साथ-साथ ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इसकी रिलीज को रुकवाना चाहता हूं.''

नंदी चिन्नी कुमार ने सिनेमाघरों और ओटीटी दोनों प्लेटफार्मों में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है, रिपोर्टस की मानें तो "झुंड" के निर्माताओं ने भी अदालत से इस मामले में उनकी सुनवाई किए बिना कोई आदेश पारित नहीं करने के लिए याचिका दायर की है.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अदालत से नोटिस मिलने पर, फिल्म के निर्माताओं ने अदालत से कहा है कि फिल्म विजय बरसे के बारे में है, न कि अखिलेश पॉल के बारे में.

Read More:'पाताल लोक' पर फिर आई मुसीबत, भाजपा विधायक ने की अनुष्का पर रासुका के तहत कार्रवाई की मांग

हालांकि इस मामले पर खबर लिखे जाने तक निर्देशक नागराज मंजुले और टी-सीरीज की तरफ से आईएएनएस को कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.

इनपुट-आईएएनएस

हैदराबाद: अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'झुंड' की रिलीज पर रोक लगाने के लिए एक कानूनी याचिका दाखिल की गई है, जिस पर 28 मई को सुनवाई होनी है. फिल्म का निर्देशन 'सैराट' के निर्देशक नागराज मंजुले ने किया है.

यह मुकदमा हैदराबाद के स्वतंत्र फिल्म निर्माता नंदी चिन्नी कुमार द्वारा मियापुर, तेलंगाना में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश रंगा रेड्डी की अदालत में दायर किया गया है. उन्होंने फिल्म को लेकर कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाया है.

फिल्म 'झुंड' एनजीओ 'स्लम सॉकर फाउंडेशन' के संस्थापक और कोच विजय बरसे की कहानी पर आधारित है. विजय ने स्लम के बच्चों को सॉकर, और फुटबॉल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया और बुरी आदतों का शिकार होने से बचाया. वह अखिलेश पॉल के कोच भी थे, जो एक बदनाम गैंगस्टर से फुटबॉल खिलाड़ी बना था.

विजय बरसे के जीवन की कहानी अखिलेश पॉल का किरदार दिखाए बगैर पूरी नहीं हो सकती है, जो भारतीय कप्तान के रूप में स्लम सॉकर खेलते थे. नंदी चिन्नी कुमार का दावा है कि उन्होंने अखिलेश पॉल की कहानी के सारे कॉपीराइट खरीदे हैं. लेकिन कथित तौर पर अब उन्होंने (अखिलेश)उनसे कहा है कि उन्होंने उन्हें (नंदी चिन्नी कुमार)को केवल एक वृत्तचित्र (डॉक्यूमेंट्री )के लिए अधिकार बेचे हैं न कि एक फीचर फिल्म के लिए.

इसके अलावा, कुमार का दावा है, 'झुंड' के निर्माताओं ने टेलीफोन पर उन्हें सूचित किया है कि उन्होंने खुद अखिलेश पॉल से उनकी कहानी के अधिकार खरीदे हैं, लेकिन लिखित में उनके साथ कुछ भी साझा नहीं किया गया है.

नंदी चिन्नी कुमार ने बताया, "मैंने अखिलेश पॉल का विशेष कॉपीराइट खरीदा है, जो एक डॉन और स्लम फुटबॉल खिलाड़ी है और भारतीय कप्तान के रूप में स्लम फुटबॉल खेलता है. वह अपने कोच विजय बरसे से प्रेरित था. अब, नागराज मंजुले जी एक फिल्म बना रहे हैं, जो कि विजय बरसे के वास्तविक जीवन की कहानी है. बरसे ने अपने जीवन पर एक फिल्म बनाने का अधिकार टी-सीरीज को बेच दिया है, जो फिल्म के निर्माता हैं.

उन्होंने कहा, ''अखिलेश पॉल ने मुझे 'कानूनी नोटिस' में सूचित किया है कि उन्होंने अपने जीवन पर फिल्म बनाने के लिए नागराज मंजुले को अधिकार बेच दिए हैं, जो कि साफतौर पर अनुबंध के उल्लंघन के अलावा कुछ भी नहीं है. उन्होंने मुझे यह भी बताया कि उन्होंने मुझे अपने जीवन पर एक फीचर फिल्म बनाने के अधिकार कभी नहीं बेचे थे, बल्कि केवल एक वृत्तचित्र बनाने के लिए मुझे अधिकार बेचे थे."

नंदी चिन्नी कुमार ने कहा, ''इसके अलावा, निर्देशक नागराज मंजुले, निर्माता सवितराज हिरेमथ और शिव चानना (टी-सीरीज) ने मुझे टेलीफोन पर बातचीत में बताया कि उन्होंने अखिलेश पॉल से अधिकार खरीदे हैं, लेकिन उन्होंने अब तक मेरे साथ लिखित रूप में कुछ भी साझा नहीं किया है. अब वे इंकार करते हुए कह रहे हैं कि उन्होंने अखिलेश पॉल से कोई अधिकार नहीं खरीदे हैं, "

उन्होंने कहा, "निर्माता और निर्देशक नागराज मंजुले ('झुंड') ने कानूनी नोटिस में इन तथ्यों को दबा दिया है कि उन्हें मेरे ईमेल मिले हैं और उन्होंने विजय बरसे से अधिकार खरीदे हैं. इसके विपरीत, वे कह रहे हैं कि वे सार्वजनिक हितों से एक फिल्म बना रहे हैं. जो कॉपीराइट उल्लंघन मामले से रहित है. मैं थिएटर में फिल्म की रिलीज के साथ-साथ ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इसकी रिलीज को रुकवाना चाहता हूं.''

नंदी चिन्नी कुमार ने सिनेमाघरों और ओटीटी दोनों प्लेटफार्मों में फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है, रिपोर्टस की मानें तो "झुंड" के निर्माताओं ने भी अदालत से इस मामले में उनकी सुनवाई किए बिना कोई आदेश पारित नहीं करने के लिए याचिका दायर की है.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अदालत से नोटिस मिलने पर, फिल्म के निर्माताओं ने अदालत से कहा है कि फिल्म विजय बरसे के बारे में है, न कि अखिलेश पॉल के बारे में.

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हालांकि इस मामले पर खबर लिखे जाने तक निर्देशक नागराज मंजुले और टी-सीरीज की तरफ से आईएएनएस को कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.

इनपुट-आईएएनएस

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