मुंबई: अपनी पहली फिल्म 'दम लगा के हईशा' के साथ ही अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने सामाजिक संदेश देने वाली फिल्मों में काम करके इंडस्ट्री में अपना नाम कमाया है.
उनका कहना है कि वह ज्यादातर सामाजिक फिल्मों में काम करना पसंद करती हैं, जो सार्थक हो और लोगों पर एक छाप छोड़ती हों.
भूमि ने कहा, "मेरा मानना है कि हम सभी के पास अपने अनूठे तरीकों से दुनिया को बेहतर जगह बनाने की ताकत है. मैं कोशिश करती हूं कि मैं अपने सिनेमा के माध्यम से लोगों को जागरूक करूं."
उन्होंने कहा, "मैंने ज्यादातर ऐसे सिनेमा की ओर रुख किया है, जो समाज को एक संदेश देता है. जैसा कि 'दम लगा के हईशा' (बॉडी शेमिंग के खिलाफ), 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' (महिला स्वच्छता) और 'सांड की आंख' (महिला सशक्तीकरण) फिल्में शामिल हैं."
अभिनेत्री ने कहा, "मैं इन फिल्मों से गहराई से जुड़ी हूं. मैं चाहूंगी कि मेरी फिल्में समाज पर एक सकारात्मक संदेश छोड़ें और शुक्र है कि मेरी फिल्मों ने अपने तरीके से इतना प्रभावी प्रदर्शन किया."
भूमि की आने वाली फिल्मों में 'दुर्गावती' और 'डॉली किट्टी और वो चमके सितारे' शामिल हैं.
इनपुट-आईएएनएस