मुंबई : कांदिवली (मुंबई) में हीरानंदानी सोसाइटी में 'कोरोना टीकाकरण घोटाले' (Corona Vaccination Scam) के बाद इससे जुड़ा एक और मामला सामने आया है.
फिल्म प्रोडक्शन कंपनी टिप्स इंडस्ट्री लिमिटेड (TIPS Industry LTD) के मालिक रमेश तौरानी (Ramesh Taurani) ने खुलासा किया है कि कोरोना के टीकाकरण के नाम पर उनके साथ बड़ा धोखा हुआ है.
फेक वैक्सीनेशन के मामले में मुंबई पुलिस ने चार लोगों को धरा है.
इससे पहले मामले को उजागर करते हुए रमेश तौरानी ने बताया था कि 30 मई से 3 जून तक उनके 356 कर्मचारियों का मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital) में टीकाकरण किया गया, लेकिन अभी तक किसी कर्मचारी को टीकाकरण प्रक्रिया पूर्ण होने का सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया.
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बता दें, इन दोनों जगहों पर एक ही शख्स संजय गुप्ता ने टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया था. कर्मचारियों का टीकाकरण होने के बाद जब अस्पताल से सर्टिफिकेट की मांग की गई तो उन्होंने बाद में देने को कहा.
किसी और अस्पताल का दे दिया सर्टिफिकेट
लेकिन, इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह थी कि कंपनी के कुछ कर्मचारियों को कोरोना टीकाकरण सर्टिफिकेट सौंपा गया जो कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल का ना होकर किसी अन्य अस्पताल का था.
टीकाकरण में हुई इस लापरवाही को लेकर कंपनी के प्रमुख रमेश तौरानी के कान खड़े हो गए और वह खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. बता दें, एक कर्मचारी के टीकाकरण में 1200 रुपये का खर्च आया है.
पुलिस में शिकायत करेंगे रमेश तौरानी
इस बाबत रमेश तौरानी ने एक बयान जारी कर इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कही थी. उन्होंने कहा था, 'हां, हम अभी भी सर्टिफिकेट जारी किए जाने का इंतजार कर रहे हैं, जब मेरे ऑफिस के कर्मचारी ने संजय गुप्ता (टीकाकरण आयोजक) से इसके बारे में पूछा तो उसने शनिवार (12 जून) तक देने को कहा.'
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मालिक और कर्मचारियों की बढ़ रही चिंता
उन्होंने कहा था कि '356 कर्मचारियों का टीकाकरण हुआ है, लेकिन पैसे से ज्यादा हमें इस बात की चिंता है कि कर्मचारियों को लगाया गया कोरोना का टीका कोविशील्ड है या सैलाइन वॉटर.' उन्होंने आगे कहा था, हमें कोकिलाबेन धीरूबाई अंबानी अस्पताल से टीकाकरण प्रमाणपत्र लेने को कहा गया.' ऐसे में तौरानी और उनके कर्मचारियों की चिंता बढ़ती जा रही है.