इन्हीं में से एक था 21 वां अकादमी पुरस्कार 1949, जहां एक ऐसा पल आया जिसने इतिहास रच दिया और वह था पहली बार किसी नॉन-हॉलीवुड प्रोडक्शन का बेस्ट पिक्चर "हैमलेट" का ऑस्कर जीतना.
वैसे तो 21 वें अकादमी पुरस्कार में कई प्रथम स्थान हैं, लेकिन इस अनोखे पुरस्कार के साथ एक और चीज थी जो कभी किसी समारोह में नहीं हुआ था. क्योंकि ऐसा पहली बार था कि किसी व्यक्ति (लॉरेंस ओलिवियर) ने ऑस्कर विजेता प्रदर्शन में खुद को ही निर्देशित किया था. साथ ही ये सर्वश्रेष्ठ अकादमी डिजाइन के लिए पुरस्कार देने वाला पहला अकादमी पुरस्कार समारोह में से एक था.
एक परिवार ने कई ऑस्कर जीत रचा इतिहास.......
1949 में जॉन हस्टन ने दो फिल्मों का निर्देशन किया था, जिसके लिए उनकी फिल्म के अभिनेताओं ने कई ऑस्कर जीता था. जिसमें से उनके पिता वाल्टर हस्टन ने "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" और क्लेअर ट्रेवर जिन्हें कुंजी कार्गो के लिए ऑस्कर आर्वड से सम्मानित किया गया था. लेकिन दिलचस्प बात तो ये थी कि हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे.
हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो से नहीं मिली थी कोई मदद....
इस समारोह को श्राइन ऑडिटोरियम से हटा कर अकादमी ने अपने ही थिएटर में आयोजित किया था. क्योंकि उस समय हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो ने अकादमी को आर्थिक तरीके से मदद करने के लिए माना कर दिया था. जिस कारण अकादमी ने इस समारोह को अपने ही थिएटर में स्थानांतरित करने का फैसला लिया था.
असफलता के बाद भी बनाई पहचान.....
एक तरफ जहां हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे. वहीं दूसरी तरफ हम्फ्रे बोगार्ट "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त करने में विफल रहे. लेकिन कहते है न जो माजा जीतने में नहीं है वो हार के हासिल करने में है. ये कहावत हम्फ्रे बखूबी समझते थे इसलिए समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त नहीं होने के बाद भी उन्हें अकादमी के सबसे महान स्लैट्स में से एक माना गया था.
जब पहली फिल्म का खिताब अपने नाम किया......
सबसे दिलचस्प बात तो ये थी कि "जोन ऑफ आर्क" बेस्ट पिक्चर के लिए नामांकित किए बिना ही सात नामांकन प्राप्त करने वाली पहली फिल्म बन गई थी. वहीं "हैमलेट" एक पटकथा नामांकन के बिना सर्वश्रेष्ठ चित्र जीतने वाली पांचवीं फिल्म बन गई.
इसके साथ ही ये कहना गलत नहीं होगा कि ऐसा करने वाला अगला 38 वें एकेडमी अवार्ड्स में द साउंड ऑफ म्यूजिक होगा, जो बिना किसी पंक्तियों के एक प्रदर्शन के लिए ऑस्कर जीतने वाले मूक युग के बाद जेन विमन पहले कलाकार बन गए. वहीं जॉनी बेलिंडा सभी चार अभिनय श्रेणियों में नामांकन प्राप्त करने वाली चौथी फिल्म बन गई.
"आई रिमेंबर मामा" को चार अभिनय नामांकन मिले, लेकिन बेस्ट पिक्चर के लिए एक नहीं. 1936 में माई मैन गॉडफ्रे द्वारा निर्धारित दो और फिल्में ओथेलो (1965) और डाउट (2008) भी इस रिकॉर्ड को टाई की थी.
21 वें अकादमी पुरस्कार 1949 में आज के दिन बना था दुनिया का सबसे अनोखा रिकॉर्ड..... - 21st अकादमी अवार्ड्स
24 मार्च 1949, ये वो दिन है जिसे सिनेमा जगत में आज भी एक ऐतिहासिक पल के रूप में याद किया जाता है. इस दिन सिनेमा में एक ऐसे दौर की शुरुआत हुई थी, जिसमें आगे चलकर एक कलाकार की मेहनत को दुनिया के सामने कई बार नवाजा गया. जिसकी शुरुआत कई अकादमी पुरस्कारों से की गई.
इन्हीं में से एक था 21 वां अकादमी पुरस्कार 1949, जहां एक ऐसा पल आया जिसने इतिहास रच दिया और वह था पहली बार किसी नॉन-हॉलीवुड प्रोडक्शन का बेस्ट पिक्चर "हैमलेट" का ऑस्कर जीतना.
वैसे तो 21 वें अकादमी पुरस्कार में कई प्रथम स्थान हैं, लेकिन इस अनोखे पुरस्कार के साथ एक और चीज थी जो कभी किसी समारोह में नहीं हुआ था. क्योंकि ऐसा पहली बार था कि किसी व्यक्ति (लॉरेंस ओलिवियर) ने ऑस्कर विजेता प्रदर्शन में खुद को ही निर्देशित किया था. साथ ही ये सर्वश्रेष्ठ अकादमी डिजाइन के लिए पुरस्कार देने वाला पहला अकादमी पुरस्कार समारोह में से एक था.
एक परिवार ने कई ऑस्कर जीत रचा इतिहास.......
1949 में जॉन हस्टन ने दो फिल्मों का निर्देशन किया था, जिसके लिए उनकी फिल्म के अभिनेताओं ने कई ऑस्कर जीता था. जिसमें से उनके पिता वाल्टर हस्टन ने "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" और क्लेअर ट्रेवर जिन्हें कुंजी कार्गो के लिए ऑस्कर आर्वड से सम्मानित किया गया था. लेकिन दिलचस्प बात तो ये थी कि हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे.
हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो से नहीं मिली थी कोई मदद....
इस समारोह को श्राइन ऑडिटोरियम से हटा कर अकादमी ने अपने ही थिएटर में आयोजित किया था. क्योंकि उस समय हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो ने अकादमी को आर्थिक तरीके से मदद करने के लिए माना कर दिया था. जिस कारण अकादमी ने इस समारोह को अपने ही थिएटर में स्थानांतरित करने का फैसला लिया था.
असफलता के बाद भी बनाई पहचान.....
एक तरफ जहां हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे. वहीं दूसरी तरफ हम्फ्रे बोगार्ट "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त करने में विफल रहे. लेकिन कहते है न जो माजा जीतने में नहीं है वो हार के हासिल करने में है. ये कहावत हम्फ्रे बखूबी समझते थे इसलिए समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त नहीं होने के बाद भी उन्हें अकादमी के सबसे महान स्लैट्स में से एक माना गया था.
जब पहली फिल्म का खिताब अपने नाम किया......
सबसे दिलचस्प बात तो ये थी कि "जोन ऑफ आर्क" बेस्ट पिक्चर के लिए नामांकित किए बिना ही सात नामांकन प्राप्त करने वाली पहली फिल्म बन गई थी. वहीं "हैमलेट" एक पटकथा नामांकन के बिना सर्वश्रेष्ठ चित्र जीतने वाली पांचवीं फिल्म बन गई.
इसके साथ ही ये कहना गलत नहीं होगा कि ऐसा करने वाला अगला 38 वें एकेडमी अवार्ड्स में द साउंड ऑफ म्यूजिक होगा, जो बिना किसी पंक्तियों के एक प्रदर्शन के लिए ऑस्कर जीतने वाले मूक युग के बाद जेन विमन पहले कलाकार बन गए. वहीं जॉनी बेलिंडा सभी चार अभिनय श्रेणियों में नामांकन प्राप्त करने वाली चौथी फिल्म बन गई.
"आई रिमेंबर मामा" को चार अभिनय नामांकन मिले, लेकिन बेस्ट पिक्चर के लिए एक नहीं. 1936 में माई मैन गॉडफ्रे द्वारा निर्धारित दो और फिल्में ओथेलो (1965) और डाउट (2008) भी इस रिकॉर्ड को टाई की थी.
24 मार्च 1949, ये वो दिन है जिसे सिनेमा जगत में आज भी एक ऐतिहासिक पल के रूप में याद किया जाता है. इस दिन सिनेमा में एक ऐसे दौर की शुरुआत हुई थी, जिसमें आगे चलकर एक कलाकार की मेहनत को दुनिया के सामने कई बार नवाजा गया. जिसकी शुरुआत कई अकादमी पुरस्कारों से की गई.
इन्हीं में से एक था 21 वां अकादमी पुरस्कार 1949, जहां एक ऐसा पल आया जिसने इतिहास रच दिया और वह था पहली बार किसी नॉन-हॉलीवुड प्रोडक्शन का बेस्ट पिक्चर "हैमलेट" का ऑस्कर जीतना.
वैसे तो 21 वें अकादमी पुरस्कार में कई प्रथम स्थान हैं, लेकिन इस अनोखे पुरस्कार के साथ एक और चीज थी जो कभी किसी समारोह में नहीं हुआ था. क्योंकि ऐसा पहली बार था कि किसी व्यक्ति (लॉरेंस ओलिवियर) ने ऑस्कर विजेता प्रदर्शन में खुद को ही निर्देशित किया था. साथ ही ये सर्वश्रेष्ठ अकादमी डिजाइन के लिए पुरस्कार देने वाला पहला अकादमी पुरस्कार समारोह में से एक था.
एक परिवार ने कई ऑस्कर जीत रचा इतिहास.......
1949 में जॉन हस्टन ने दो फिल्मों का निर्देशन किया था, जिसके लिए उनकी फिल्म के अभिनेताओं ने कई ऑस्कर जीता था. जिसमें से उनके पिता वाल्टर हस्टन ने "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" और क्लेअर ट्रेवर जिन्हें कुंजी कार्गो के लिए ऑस्कर आर्वड से सम्मानित किया गया था. लेकिन दिलचस्प बात तो ये थी कि हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे.
हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो से नहीं मिली थी कोई मदद....
इस समारोह को श्राइन ऑडिटोरियम से हटा कर अकादमी ने अपने ही थिएटर में आयोजित किया था. क्योंकि उस समय हॉलीवुड के प्रमुख स्टूडियो ने अकादमी को आर्थिक तरीके से मदद करने के लिए माना कर दिया था. जिस कारण अकादमी ने इस समारोह को अपने ही थिएटर में स्थानांतरित करने का फैसला लिया था.
असफलता के बाद भी बनाई पहचान.....
एक तरफ जहां हस्टन परिवार ने उस शाम तीन ऑस्कर जीते थे. वहीं दूसरी तरफ हम्फ्रे बोगार्ट "द ट्रेजर ऑफ सिएरा मादरे" में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त करने में विफल रहे. लेकिन कहते है न जो माजा जीतने में नहीं है वो हार के हासिल करने में है. ये कहावत हम्फ्रे बखूबी समझते थे इसलिए समारोह में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामांकन प्राप्त नहीं होने के बाद भी उन्हें अकादमी के सबसे महान स्लैट्स में से एक माना गया था.
जब पहली फिल्म का खिताब अपने नाम किया......
सबसे दिलचस्प बात तो ये थी कि "जोन ऑफ आर्क" बेस्ट पिक्चर के लिए नामांकित किए बिना ही सात नामांकन प्राप्त करने वाली पहली फिल्म बन गई थी. वहीं "हैमलेट" एक पटकथा नामांकन के बिना सर्वश्रेष्ठ चित्र जीतने वाली पांचवीं फिल्म बन गई.
इसके साथ ही ये कहना गलत नहीं होगा कि ऐसा करने वाला अगला 38 वें एकेडमी अवार्ड्स में द साउंड ऑफ म्यूजिक होगा, जो बिना किसी पंक्तियों के एक प्रदर्शन के लिए ऑस्कर जीतने वाले मूक युग के बाद जेन विमन पहले कलाकार बन गए. वहीं जॉनी बेलिंडा सभी चार अभिनय श्रेणियों में नामांकन प्राप्त करने वाली चौथी फिल्म बन गई.
"आई रिमेंबर मामा" को चार अभिनय नामांकन मिले, लेकिन बेस्ट पिक्चर के लिए एक नहीं. 1936 में माई मैन गॉडफ्रे द्वारा निर्धारित दो और फिल्में ओथेलो (1965) और डाउट (2008) भी इस रिकॉर्ड को टाई की थी.
Conclusion: