नई दिल्ली : चंद्रमा पर भारत के तीसरे मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण की उलटी गिनती सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है और लाखों लोग सांस रोककर इंतजार कर रहे हैं, छात्रों की एक टीम ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के स्वदेशी अंतरिक्ष यान के लिए एक महत्वपूर्ण मोटर बनाई है. इसरो ने अपने अंतरिक्ष मिशन के लिए तमिलनाडु के सेलम में सोना कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी की सोनास्पीड टीम को विभिन्न प्रकार की मोटरों के निर्माण का काम सौंपा था.
अंतरिक्ष एजेंसी ने आखिरकार चंद्रयान-3 को लॉन्च करने के लिए लॉन्च व्हीकल मार्क-तीन (एलवीएम 3) में उपयोग के लिए बनाई गई एक स्टेपर मोटर को खरीद लिया.अंतरिक्ष में यात्रा के लिए, चंद्रयान-3 प्रक्षेपण यान, एलवीएम 3 को चंद्रमा मिशन के साथ सफलतापूर्वक एकीकृत किया गया है. रॉकेट इंजन के तरल ईंधन और ऑक्सीडाइज़र मिश्रण अनुपात को नियंत्रित करने के लिए एलवीएम 3 के एक्चुएटर असेंबली में चुंबक स्टेपर मोटर का उपयोग किया जाता है.
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Indian Space Research Organisation #ISRO to launch #Chandrayaan3 by LVM3 rocket at 2.35 pm today from Sriharikota. pic.twitter.com/8f5cBjXlnY
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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सोना कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी के सोनास्पीड के प्रमुख प्रोफेसर एन कन्नन ने कहा, "हमें सोना कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में अनुसंधान एवं विकास कार्य के माध्यम से इसरो के चंद्रमा मिशन में योगदान करने का सौभाग्य मिला है. अनुसंधान टीम इसरो के भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों में भी सहयोग लिए प्रतिबद्ध है." सोनास्पीड द्वारा मोटरों के निर्माण और गुणवत्ता आश्वासन का काम करने वाली प्रौद्योगिकी कंपनी वी टेक्नोलॉजीज के सीईओ चोको वल्लियप्पा के अनुसार, "चंद्रयान -3 लॉन्च वाहन में स्टेपर मोटर का सफल एकीकरण भारत की इंजीनियरिंग प्रतिभा की सर्वोच्चता का प्रमाण है."
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LVM3 M4/Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) July 12, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
Mission Readiness Review is completed.
The board has authorised the launch.
The countdown begins tomorrow.
The launch can be viewed LIVE onhttps://t.co/5wOj8aimkHhttps://t.co/zugXQAY0c0https://t.co/u5b07tA9e5
DD National
from 14:00 Hrs. IST…
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महिलाओं का योगदान
ISRO के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, लगभग 54 महिला इंजीनियर-वैज्ञानिक हैं,जो चंद्रयान 3 मिशन पर काम कर रही है.वे अलग-अलग केंद्रों पर काम करने वाले विभिन्न प्रणालियों के सहयोगी और उप परियोजना निदेशक और परियोजना प्रबंधक हैं. Chandrayaan-2 मिशन में दो महिलाएं M Vanitha (एम वनिता) और मिशन डायरेक्टर Ritu Karidhal Srivastava (रितु करिधल) श्रीवास्तव ने अहम भूमिका निभाई थी.
(आईएएनएस)