हैदराबाद : काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार, भारतीय स्मार्टफोन बाजार ने 2020 के तीसरे क्वार्टर में 53 मिलियन यूनिट को पार किया.
- स्मार्टफोन की मांग बढ़ने के कारण स्मार्टफोन शिपमेंट में 9% की बढ़ोतरी हुई.
- 24% शिपमेंट के साथ सैमसंग, भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सबसे आगे रहा. वहीं, शाओमी 23% शेयर के साथ दूसरे स्थान पर रहा.
- तीसरे क्वार्टर में मिड रेंज सेगमेंट (10,000-20,000 रुपये के फोन) का अब तक का सबसे अधिक शिपमेंट शेयर था. इस वजह से मार्केट एएसपी (एवरेज सेलिंग प्राइज) में भी बढ़ोतरी हुई.
भारत में जहां कुछ स्मार्टफोन ब्रांड्स ने अच्छा व्यापार किया, वहीं कुछ स्मार्टफोन ब्रांड्स पीछे रह गए. काउंटरपॉइंट रिसर्च ने इसके कारणों के बारे में बताया है:
32% बढ़ोतरी के साथ, सैमसंग भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में लिडिंग ब्राड्स में बना हुआ था. इसके लिए सैमसंग ने कई रणनितियां अपनाईं, जैसे अपनी स्पलाई चैन को प्रभावी बनाना, अलग-अलग कीमतों के स्मार्टफोन को लॉन्च करना आदि. इसके अलावा, सैमसंग ने अपने ऑनलाइन प्रमोशन और ऑनलाइन चैनल की सेल पर भी जोर दिया.
4% मार्केट शेयर की गिरावट के कारण, शाओमी दूसरे स्थान पर आ गया. कोविड-19 के कारण, शाओमी के स्मार्टफोन की डिमांड और सप्लाई में अंतर आ गया था. यह अंतर, इस गिरावट की एक वजह हो सकता है. हालांकि, शाओमी द्वारा अपनाई गई रणनितियां और रेडमी 9, नोट 9 सीरीज की डिमांड, शाओमी को अगले क्वार्टर में फिर से नंबर एक बनाने में मददगार साबित हो सकती हैं.
क्वार्टर 3 में अपना तीसरा स्थान बरकरार रखते हुए, वीवो ने मार्केट शेयर में 4% की बढ़ोतरी की. इसका मुख्य कारण यह है कि ऑफलाइन चैनलों में वीवो वाई- सीरीज मॉडल की काफी मांग थी. 2020 के क्वार्टर 3 में, वीवो ने एक्स50 सीरीज के साथ प्रीमियम बाजार में प्रवेश किया. साथ ही, यह जिम्बल कैमरा लॉन्च करने वाला पहला ओईएम भी बना, जिसे ग्राहकों ने बहुत पसंद किया.
2020 के क्वार्टर 3 में, रियलमी ने मार्केट शेयर में 4% की बढ़ोतरी की. इसका कारण यह है कि रियलमी ने अपने उत्पादन को बढ़ाया. साथ ही, स्पलाई में आने वाली समस्याओं को भी दूर किया. इसके अलावा, सी सीरीज और नारजो सीरीज को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ना रियलमी का अच्छा कदम था. रियलमी 6 और 7 सीरीज की वजह से मिड-टियर सेगमेंट में, रियलमी की शिपमेंट में 52% की बढ़ोतरी हुई.
क्वार्टर 3 में ओप्पो के शिपमेंट में 30% का इजाफा हुआ. इसका कारण है, ओप्पो के बजट सेगमेंट डिवाइस, ए12 और ए11के की बढ़ती डिमांड. हाल ही में लॉन्च किए गए ए52, ए53 2020 और एफ15 के अच्छे प्रदर्शन ने भी, ओप्पो की इस बढ़त को मजबूती दी.
पोको ने अपने नए लॉन्च, एम 2, एम 2 प्रो, और एक्स 3 की वजह से, पहली बार 1 मिलियन स्मार्टफोन्स की सेल को पार किया.
2020 के क्वार्टर 3 में, ट्रांशन ग्रुप के ब्रांड्स यानी आईटेल, इंफिनिक्स और टेक्नो ने अपना मार्केट शेयर फिर से हासिल किया और मार्केट शेयर में 73% की बढ़ोतरी की.
भारत के टियर थ्री शहरों, टियर फोर शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांशन ग्रुप ब्रांड्स काफी प्रसिद्ध हुए और इसलिए भारत के हैंडसेट बाजार में चौथे स्थान पर रहे. इन्हें बजट सेगमेंट (6,000-10,000 रुपये) में टॉप 5 ब्रांड्स में स्थान मिला. इसका एक मुख्य कारण टेक्नो स्पार्क 6 एअर और आईटेल विजन 1का लॉन्च भी है.
आईटेल ने दोबारा एंट्री-लेवल सब- 4,000 प्राइस सेगमेंट में, अपनी नंबर एक स्मार्टफोन ब्रांड की जगह बनाए रखी.
एप्पल ने अपने प्रीमियम सेगमेंट के (30,000 रुपये से अधिक के स्मार्टफोन) लॉन्च के साथ वनप्लस को पीछे छोड़ दिया. इसका कारण है कि आईफोन एसई 2020 और आईफोन 11 की भारी डिमांड. एप्पल का फ्लैगशिप स्मार्टफोन आईफोन 12, अगले क्वार्टर में अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा.
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वनप्लस 8, किफायती प्रीमियम सेगमेंट (30,000- 45,000 रुपये) में टॉप ब्रांड बना रहा. अपने नॉर्ड सीरीज के साथ, वनप्लस ने अपर मिड-टियर (20,000 -30,000 रुपये) में फिर से प्रवेश किया. साथ ही वनप्लस नॉर्ड की लॉन्चिंग के शुरुआती क्वार्टर में, इस सेगमेंट का सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल बन गया.