नई दिल्ली : भारतीय मार्केट अलग-अलग ब्रांड्स के स्मार्ट टीवी से भरें हुए हैं. लाजमी बात हैं की स्मार्ट टीवी खरीदते वक्त यह कशमकश होगी की कौन सा खरीदें और कौन सा नहीं. तो इसका हल भी हमारे पास हैं, कंज्यूमर वॉयस द्वारा बताई गई इन बातों का ध्यान रखें और ले आये अपना मनपसंद स्मार्ट टीवी.
कंज्यूमर वॉयस ने 32 से 50 इंच वाले अलग अलग ब्रांड्स के स्मार्ट टीवी का अध्ययन किया और कुछ मापदंडों की सूची तैयार की जैसे की डिस्प्ले, स्टार-रेटिंग, रिजॉल्यूशन, कीमत, आदि. यह सारे मापदंड आपको एक सही निर्णय लेने में मदद करेंगा.
इन फीचर्स को ध्यान में रखते हुए ही अपना स्मार्ट टीवी खरीदें :-
डिस्प्ले किस प्रकार का होना चाहिए
स्मार्ट टीवी की डिस्प्ले टेक्नोलॉजी किस प्रकार की है. यानी की एलसीडी,एलईडी ओएलईडी या यूएचडी, हर एक तकनीक के फायदा और नुकसान होते हैं पर एलसीडी डिस्प्लेज की तुलना में, यूएचडी टीवी सबसे अच्छी पिक्चर की क्वालिटी देता है.
रिजॉल्यूशन
जितना ज्यादा रिजॉल्यूशन होता हैं, उतना ही टीवी देखना का मजा बढ़ जाता है. क्योंकि पिक्चर क्वालिटी बहुत उम्दा दिखाई देती है. अगर आपका बजट इसकी इजाजत देता है तो, फुल एचडी रिजॉल्यूशन का टीवी खरीदना ही एक सही निर्णय होगा.
कनेक्टिविटी
यह एक अहम सवाल हैं की स्मार्ट टीवी को स्मार्ट टीवी क्यो कहते हैं? इसमें स्मार्ट वाली क्या खास बात है. इसका सीधा और सरल जवाब है कनेक्टिविटी. अब इसका मतलब यह हैं की आप इन स्मार्ट टीवी पर एप और अन्य ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को कनेक्ट कर सकते है. अगर इन स्मार्ट टीवी में पहले से ही वाई-फाई और ईथरनेट पोर्ट्स हों, तो ऐसे टीवी खरीदना ही सही होगा.
वारंटी
वारंटी का भी ध्यान रखिए. जिस टीवी की सबसे ज्यादा वारंटी हो वही टीवी आप अपने घर लेकर आइए, क्योंकि इस वारंटी पीरियड में अगर टीवी खराब हो गया तो, कंपनी की जिम्मेदारी होगी की वह टीवी सही करके दें.
बीईई स्टार रेटिंग
इस बीईई स्टार रेटिंग से आपके बिजली का बिल काफी किफायती होगा. कंज्यूमर वॉयस के मुताबिक कुछ मॉडल्स में 4 स्टार की रेटिंग होती हैं तोह कुछ में 3 स्टार की रेटिंग होती है. इन्हे ही खरीदना सही होगा.
टीवी का सही उपयोग करने के लिये, इन बातों का ध्यान रखें
- जब कोई टीवी नहीं देख रहा है तो टीवी को स्विच ऑफ करना ही बेहतर होगा.
- ज्यादा स्टार वाले टीवी ही खरीदना उचित होगा, जैसे की 5 स्टार वाले टीवी.
- प्लाज्मा टीवी की तुलना में, एलसीडी टीवी और एलईडी टीवी के उपयोग में बिजली की ज्यादा खपत नहीं होती.
- टीवी के जितने बड़े स्क्रीन्स होंगे, उतनी ही ज्यादा बिजली की खपत होगी, तो यह कहना गलत नहीं होगा की छोटे स्क्रीन्स यानी की कम बिजली की खपत.
- जितना आप अपने टीवी स्क्रीन्स की ब्राइटनेस को बढ़ा के रखते हैं, उतनी ही ज्यादा बिजली की खपत होती हैं.
- टीवी को स्टैंडबाई मोड में ज्यादा लंबे समय तक छोड़ना सही नहीं होगा.
- टीवी को ऐसे स्थान पर रखें, जहां डायरेक्ट सनलाइट नहीं आती हो.
- जब टीवी ऑन हो तो गीले कपड़े से उसे साफ न करें.
कंज्यूमर वॉयस समय-समय पर नई बाइंग गाइड्स निकालता रहता है. अधिक जानकारी के लिए, आप इस लिंक पर क्लिक करिए:-
https://join.consumer-voice.org/product/smart-tv-2020/
कंज्यूमर वॉयस एक गैर सरकारी संस्थान हैं, जो लगातार भारतीय उपभोक्ताओं को जागरूक करती रहती है. इतना ही नहीं, अलग-अलग प्रोडक्ट्स जैसे की खाने पीने का सामान, टीवी, एसी, आदि की निष्पक्ष समीक्षा करते हैं. इसके बाद, बाइंग गाइड्स को ग्राहकों के लिए पेश करते हैं.