कानपुर : महानगर के सीसामऊ विधानसभा सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी की दादागिरी एक बार फिर आई सामने आई है. विधायक एक बार फिर चालान के लिए फोटो खींचने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से भिड़ गए और उनसे अभद्रता की. यही नहीं ट्रैफिक सिपाहियों से जबरन फोटो डिलीट करने का दबाव बनाया.
इरफान सोलंकी एक बार नहीं बल्कि तीन बार से समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधायक बनते आ रहे हैं. इनसे पहले इनके पिता भी विधायक थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के विधायक की दबंगई रह-रह कर सामने आती रही है. यहां तो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से बात करते हुए विधायक सामान्य बोलचाल के तरीके और शिष्टाचार भी भूल गए. सपा विधायक ने पुलिस कर्मी को वर्दीगिरी भुला देने की धमकी तक दे डाली.
दरअसल, सपा नेता अबु आजमी कानपुर पहुंच रहे थे. उनके स्वागत में जिले के समाजवादी पार्टी के नेता जाजमऊ के गंगा पुल पर इकट्ठा हुए थे. विधायक इरफान सोलंकी भी अबु आजमी के स्वागत में कार्यकर्ताओं के साथ काफिला लेकर जाजमऊ के लिए निकले.
कानपुर के चकेरी के रामादेवी ओवरब्रिज पर बिना हेलमेट बाइक से जा रहे लोगों की ट्रैफिक पुलिस फोटो खींच रही थी. तभी विधायक की नजर ट्रैफिक पुलिस पर पड़ी. चालान के अंदेशे से विधायक पुलिस कर्मियों को अपना परिचय अपने अंदाज में देने के लिए पहुंच गए.
विधायक और उनके कार्यकर्ताओं का ट्रैफिक पुलिस से बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सपा विधायक इरफान सोलंकी कैसे ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं.
यह हनक है सपा विधायक इरफान सोलंकी कि जब प्रदेश में भाजपा की सरकार है, कहीं प्रदेश में सपा सरकार होती तो विधायक जी का रुतबा देखने लायक ही था, हालांकि ऐसा सपा की सरकार में कई बार देखने को मिल चुका है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किस तरह विधायक इरफान सोलंकी गुंडई के दम पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धमकाते और फोटो डिलीट करवाते हुए नजर आ रहे हैं.
पुलिस कमिश्नर को लगाया फोन
विधायक पुलिस कर्मियों को धमकाते रहे और पुलिसकर्मी लगातार अपनी सफाई देने में लगे रहे. ट्रैफिक पुलिस के सिपाही कहते रहे कि वो बाइक की फोटो खींच रहे हैं, काफिले की नहीं, लेकिन विधायक अपने रौब में आ गए तो फिर किसकी सुनने वाले थे.
उन्होंने पुलिसकर्मियों के सामने ही पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को फोन लगा दिया और पुलिसकर्मियों की शिकायत कर डाली. शिकायत में विधायक ने जो कहा उसे सुनकर भी सभी को हैरानी ही हुई, विधायक ने कमिश्नर से कहा कि पुलिसकर्मी हमें मोदी और योगी सरकार की धौंस दे रहे हैं और काफिले की फोटो खींच रहे हैं.
विवादों से है पुराना नाता
सपा विधायक इरफान सोलंकी का यह पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी वो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इसी तरह से भिड़ते देखे जा चुके हैं. अभी हाल ही में उनकी गाड़ी का चलान हुआ था तो ट्रैफिक पुलिस को सरकार आने पर देख लेने की धमकी दी थी.
यही नहीं विधायक इरफान सोलंकी ने 2010-11 में तत्कालिक केस्को एमडी रितु माहेश्वरी के ऑफिस में कार्यकर्ताओं के साथ घुसकर हंगामा किया था. तब समाजवादी पार्टी की जमकर फजीहत हुई थी. मामले में विधायक की गिरफ्तारी तक हुई थी.
यह भी पढ़ें-पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर ने 15 लाख परिवारों के लिए मुफ्त बीमा कवर की घोषणा की
इनके दूसरे कारनामों की बात करें तो अखिलेश सरकार के समय गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज के छात्रों के साथ सरेबाजार मारपीट का मामला आया था. जिसके बाद उल्टे मेडिकल छात्रों पर जमकर लाठीचार्ज हुआ था और उनकी गिरफ्तारी हुई थी. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मामला कई दिनों तक सुर्खियों में रहा था.