नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने अमेजन पे (इंडिया) और हीरो फिनकॉर्प सहित 22 वित्तीय कंपनियों को ग्राहकों का आधार आधारित सत्यापन करने की अनुमति दी है. मंत्रालय ने एक अधिसूचना के माध्यम से कहा कि ये 22 कंपनियां, जो पहले से ही पीएमएलए के तहत संस्थाओं की रिपोर्टिंग कर रही हैं, अपने आधार नंबर का उपयोग करके ग्राहकों की पहचान और लाभार्थी मालिकों के विवरण को सत्यापित करने में सक्षम होंगी.
इन 22 वित्तीय कंपनियों में गोदरेज फाइनेंस, अमेजन पे (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, आदित्य बिड़ला हाउसिंग फाइनेंस, टाटा मोटर्स फाइनेंस सॉल्यूशन, आईआईएफएल फाइनेंस और महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड शामिल हैं.
नांगिया एंडरसन एलएलपी पार्टनर संदीप झुनझुनवाला ने कहा कि ग्राहकों का आधार प्रमाणीकरण किया जाता है. बैंकिंग कंपनियों के लिए सत्यापन के तरीकों में से एक के रूप में उपलब्ध, Prevention of Money Laundering Act (PMLA) प्रदान करता है कि आधार प्रमाणीकरण को केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित बैंकिंग कंपनियों के अलावा अन्य रिपोर्टिंग संस्थाओं द्वारा भी अपनाया जा सकता है.
झुनझुनवाला ने कहा कि CG ने 22 वित्तीय संस्थानों/मध्यस्थों की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें ग्राहकों/लाभार्थी मालिकों की पहचान सत्यापित करने के लिए आधार वेरिफिकेशन का उपयोग करने की अनुमति है. मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत निर्धारित सत्यापन के अन्य तरीकों में आधार अधिनियम के तहत ऑफलाइन भी सत्यापित कर सकते हैं. जिसके लिए पासपोर्ट और कोई अन्य आधिकारिक रूप से मान्य दस्तावेज या पहचान के तरीके शामिल हैं, जैसा कि केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित किया जा सकता है और ग्राहक अपनी इच्छानुसार अपने लिए सटीक ऑप्शन चुन सकते हैं.
झुनझुनवाला ने कहा कि व्यक्तियों की पहचान की जानकारी और प्रमाणीकरण रिकॉर्ड की सुरक्षा के हित में, मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट रिपोर्टिंग संस्थाओं को ग्राहक की आधार संख्या या कोर बायोमेट्रिक जानकारी संग्रहीत करने से रोकता है, जहां पहचान को सत्यापित करने के लिए आधार का उपयोग किया जाता है.
(पीटीआई- भाषा)