चेन्नई: आईआईटी चेन्नई के छात्रों (Chennai IIT students ) की टीम ने सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए रोबोट तैयार किया है. ऐसी कई घटनाएं सामने आयी हैं जिसमें सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान जहरीली गैस की चपेट में आने से सफाई कर्मचारियों की मौत हुई है.
हाल के दिनों में सेप्टिक टैंक से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण कई सफाई कर्मियों की मौत हुई है. सफाई कर्मचारी हाथों से कचरे का निपटान के बजाय मशीन द्वारा इस कार्य को करने को लेकर अभियान चला रहा है. पिछले पांच सालों से यह आंदोलन चल रहा है. इस आंदोलन से जुड़े लोगों ने सेप्टिक टैंक की गंदगी को साफ करने के लिए एक रोबोट विकसित करने के लिए आईआईटी चेन्नई से हाथ मिलाया है.
आईआईटी चेन्नई के प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल (Prabhu Rajagopal) के नेतृत्व में छात्रों की एक टीम ने ओमोसप (Omosep) नामक रोबोटिक मशीन विकसित की है. आईआईटी (IIT) के छात्रों ने कर्मचारियों को चेन्नई के तांबरम में रोबोट मशीन के उपयोग के बारे में समझाया.
मशीन को बाद में आईआईटी के छात्रों ने 2007 में सीवेज कचरा निपटान अभियान के दौरान जहरीली गैस के चलते मारे गए एक कार्यकर्ता की पत्नी नागम्मल को दान कर दिया. आईआईटी के प्रोफेसर प्रभु राजगोपाल ने कहा कि रोबोट को सेप्टिक टैंक की सफाई करते समय किसी और हताहत को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है.