सैन फ्रांसिस्को : जेनेरिक एआई की दौड़ तेज होने के कारण एप्पल कथित तौर पर कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संवादी मॉडल (Artificial Intelligence Conversational Model) बनाने में प्रतिदिन लाखों डॉलर का खर्च कर रहा है. द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेक दिग्गज कई टीमों में कई एआई मॉडल पर काम कर रही है. रिपोर्ट में बुधवार देर रात कहा गया, 'इसका एक लक्ष्य ऐसे फीचर विकसित करना है, जो आईफोन ग्राहकों को कई चरणों वाले कार्यों को स्वचालित करने के लिए सरल वॉयस कमांड का उपयोग करने की अनुमति देता है.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह तकनीक उपयोगकर्ताओं को अपने फोन पर सिरी वॉयस असिस्टेंट को उनके द्वारा ली गई आखिरी पांच तस्वीरों का उपयोग करके जीआईएफ बनाने और इसे एक दोस्त को टेक्स्ट करने के लिए कहने की अनुमति दे सकती है. वर्तमान में, एक आईफोन उपयोगकर्ता को व्यक्तिगत क्रियाओं को मैन्युअल रूप से प्रोग्राम करना पड़ता है.
एप्पल के एआई प्रमुख जॉन गियानंद्रिया ने चार साल पहले संवादी एआई (Conversational AI) विकसित करने के लिए एक टीम के गठन को अधिकृत किया था, जिसे बड़े-भाषा मॉडल के रूप में जाना जाता है. यह चैटजीपीटी के अस्तित्व में आने से बहुत पहले की बात है. एक चैटबॉट पर काम चल रहा है, जो 'एप्पल केयर का उपयोग करने वाले ग्राहकों के साथ बातचीत करेगा' जबकि दूसरा सिरी के साथ मल्टीस्टेप कार्यों को स्वचालित करना आसान बना सकता है.
सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल का सबसे उन्नत एलएलएम, जिसे आंतरिक रूप से अजाक्स जीपीटी के रूप में जाना जाता है, को '200 बिलियन से अधिक मापदंडों' पर प्रशिक्षित किया गया है और यह ओपनएआई के जीपीटी-3.5 से अधिक शक्तिशाली है.
टेक दिग्गज ने अभी तक रिपोर्ट पर टिप्पणी नहीं की है. एप्पल के सीईओ टिम कुक ने पिछले महीने खुलासा किया था कि टेक दिग्गज वर्षों से जेनरेटिव एआई और अन्य मॉडलों पर काम कर रहा है. कुक ने कहा कि एप्पल एआई और मशीन लर्निंग (एमएल) को मौलिक कोर प्रौद्योगिकियों के रूप में देखता है.
कुक ने सीएनबीसी को बताया, 'और वे वस्तुतः हमारे द्वारा बनाए गए हर उत्पाद में अंतर्निहित हैं.' कुक के हवाले से कहा गया, 'अनुसंधान के आधार पर, हम वर्षों से जेनरेटिव एआई सहित एआई और मशीन लर्निंग पर शोध कर रहे हैं.'
(आईएएनएस)