नई दिल्ली: हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने के शुक्ल पक्ष के अष्टमी की तारीख को मासिक दुर्गाष्टमी होती है. इस दिन मां दुर्गा के आठवें रूप अर्थात महागौरी की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां दुर्गा की उत्पत्ति हुई थी और उन्होंने आज ही के दिन 'दुर्गम' नाम के एक खतरनाक राक्षस का वध करके देवताओं को बड़े संकट से बचाया था. इस दिन पूजन व हवन का विशेष महत्व है. इस बार मासिक दुर्गा अष्टमी पर महासिद्ध योग रहने के कारण पूजन का महत्व काफी बढ़ जाता है.
ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी की तारीख यानी 28 मई 2023, दिन रविवार को इस बार मासिक दुर्गाष्टमी है. नियमपूर्वक मासिक दुर्गाष्टमी व्रत करना लाभकारी होता है. मासिक दुर्गाष्टमी व्रत को लेकर धार्मिक विद्वानों का मानना है कि माता दुर्गा की निर्मल मन से पूजा-पाठ करने से मां की कृपा भक्तों पर बरसती है. मां दुर्गा की कृपा मात्र से भक्तों के जीवन, घर-परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है. मां की कृपा से मात्र से घर में घन, विद्या और वैभव का अनवरत आगमन होता है और मनोवांछित फल मिलता है.
कैसे करें मां की पूजा
दुर्गाष्टमी व्रत के दौरान पूजा घर सहित पूरे घर-आंगन की साफ-सफाई के बाद स्नान कर पूजन करना चाहिए. पूजन घर में फर्श पर या पूजन चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिम को स्थापित करें. इसके बाद मां के चरणों में धूप-दीप जलाकर मंत्रोचारण के बीच फल-फूल अर्पित करें. इस अवसर दुर्गा चालीसा का पाठ करने के बाद मां दुर्गा की आरती करना लाभकारी है.
हिंदू पंचांग के अनुसार जेष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की अष्ठमी की तारीख 27 मई से प्रारंभ होता है. उदय तिथि के अनुसार आज यानि 28 मई की सुबह 9 बजकर 9 बजकर11मिनट तक शुभ मुहूर्त है.
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