नई दिल्ली/गुरुग्राम: शुक्रवार को सोहना के सांप की नगली में राजस्थान पुलिस के साथ दो निजी गाड़ियों में 3 लोग आए और अचानक एक घर में घुस गए. आरोप है कि राजस्थान पुलिस और उनके साथ आए 3 लोगों ने घर में महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की और एक नाबालिग बच्चे को उठाकर ले जाने लगे.
जैसे ही इसकी सूचना ग्रामीणों को लगी तो घर के बाहर अचानक भीड़ लग गई. बच्चे को उनके चंगुल से छुड़ाया और तुरंत सोहना सिटी थाना को मामले की जानकारी दजी. ग्रामीणों ने सभी आरोपियों को गाड़ी सहित मौके पर ही दबोच लिया.
इस संबंध में जब राजस्थान पुलिस के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एसडीएम तिजारा द्वारा भिवाड़ी पुलिस को बच्चा तलाशने के लिए सर्च वारंट जारी किया गया है. लेकिन पुलिस के पास बच्चे को ले जाने के लिए किसी तरह ना तो कोई आधिकारिक आदेश था और ना ही अदालत का कोई आदेश था.
ग्रामीणों का कहना है कि अचानक से तीन चार लोग सिविल ड्रेस में प्राइवेट गाड़ियों से यहां पर पहुंचे और उन्होंने आते ही बच्चे को उठा लिया. जैसे ही महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उनके साथ मारपीट भी की. जिसके बाद पूरे गांव के लोग एकत्रित हो गए और उनको पकड़ लिया. साथ ही बच्चे को भी उनकी गिरफ्त से बचा लिया. जिसके बाद पुलिस को शिकायत करके पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, तिजारा एसडीएम ने पति-पत्नी के झगड़े में बच्चों को तलाशने के लिए भिवाड़ी पुलिस (राजस्थान) को आदेश दिए थे कि गुरुग्राम के सेक्टर-56 स्थित तिगरा गाव में बच्चों के होने की जानकारी मिली है. आप वहां पर जाकर बच्चों की तलाश करें, लेकिन पुलिस और परिजनों ने गांव सांप की नगली में जाकर गलत बच्चे को उठा लिया. जिस पर गांव वाले भड़क गए.
राजस्थान पुलिस के पास जो आदेश थे उसमें गुरुग्राम के सेक्टर-56 स्थित तिगरा गांव में बच्चों को सर्च करने का आदेश था. लेकिन पुलिस और परिजन ग्राम सांप की नगली में जा पहुंचे. वहां पर किसी अन्य व्यक्ति के बच्चे को जबरन उठाकर गाड़ी में बैठा लिया. इसी बात को लेकर ग्रामीण भड़क गए और उनकी जमकर धुलाई भी की. ग्रामीणों ने जिसकी शिकायत भी सोहना पुलिस को दी है. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है.