नई दिल्ली/गाजियाबाद: माता-पिता बड़े अरमानों से अपने बच्चों को पालते हैं ताकि बुढ़ापे में वो बच्चे उनका सहारा बने सकें. लेकिन ना जोने कितनों के ये अरमान सीने में ही दबकर रह जाते हैं. गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग दंपत्ति अपनी ही औलाद के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है. दंपत्ति ने अपने ही बेटे और बहू से जान का खतरा बताते हुए प्रशासन से गुहार लगाई है.
बेटा और बहु जबरन घर में घुसे
कविनगर के रहने वाले दिनेश और इनकी धर्मपत्नी कमलेश दोनों ने बड़े ही अरमान से जिस बेटे को पाला उसने ही इनका जीना दुश्वार किया हुआ है. जबरन इनके मकान में घुसकर बेटे-बहु रह रहे हैं. साथ ही घर के कीमती सामान पर भी कब्जा कर लिया है.
बुजुर्ग पिता की माने तो उन्होंने अपने तीनों बेटों का अलग-अलग बंटवारा कर दिया था. किसी को दुकान तो किसी को मकान दे दिया था और अपने छोटे बेटे बहु के साथ घर मे रह रहे थे, लेकिन इनका बड़ा बेटा अजय और उसकी पत्नी कुछ दिन पहले घर मे जबरन घुस आए और इनके बाकी बेटे बहुओं और बच्चों को जबरन घर से निकाल दिया है. उसके बाद मकान पर कब्जा कर लिया है.
जिलाधिकारी ने जांच के निर्देश दिए
वहीं इस पूरे प्रकरण पर गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है. इस पूरे मामले की जांच के लिए निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर बूजुर्ग दंपति को उनके बेटों द्वारा परेशान किया जा रहा है तो उनके बेटों पर निश्चित रूप से करवाई की जाएगी.