नई दिल्ली: जाफराबाद इलाके में देर रात से चल रहे महिलाओं के आंदोलन को सपोर्ट करने के लिए सुबह से ही आसपास के सैकड़ों नौजवान भी पहुंचे. देखते ही देखते हजारों का मजमा जाफराबाद मेट्रो के नीचे इकट्ठा हो गया. हालांकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स तमिलनाडु स्टेट राइट पुलिस, सीआरपी,को बुलाया हुआ था. इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर स्थिति से निपटने के लिए तैनात किया गया है.
महिलाओं के सपोर्ट में उतरे पुरुषों का कहना था कि जब महिलाएं सड़को पर उतर सकती हैं तो हम क्यों नहीं. आंदोलनकारियों का ये भी कहना था कि केंद्र सरकार के किसी भी तरह के आश्वासन के बाद ही आंदोलन खत्म होगा.
जाफराबाद इलाके में काले कानून के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन
एक तरफ दलित नेता भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण ने रविवार को बंद का आह्वान किया हुआ था. इसी को देखते हुए देर रात में अचानक जाफराबाद इलाके में मेट्रो स्टेशन के नीचे आंदोलनकारी महिलाएं पहुंच गई. महिलाओं ने रोड जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी और सड़क पर ही धरना देकर बैठ गई. हालांकि रात में ही सैकड़ों की तादाद में स्थानीय नौजवान भी सड़क पर उतर गए थे. जैसे-जैसे दिन निकलता रहा वैसे-वैसे ही लोगों का हुजूम जाफराबाद मेन रोड की तरफ बढ़ता चला गया और सुबह होते होते हैं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन से सीलमपुर तक हजारों लोगों ने हाथों में तिरंगा, एनआरसी विरोधी तख्तियां, पोस्टर लिए हुए दिखाई दिए.
पुरुष भी महिलाओं के समर्थन में सड़कों पर उतरे
रविवार का दिन होने के चलते महिलाओं का आंदोलन अपने पूरे शबाब पर रहा, महिलाओं के साथ ही पुरुषों ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लेना शुरू कर दिया.आंदोलनकारी महिलाओं के स्पोर्ट में खड़े लोग लगातार CAA-NRC के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.पुरुषों ने साफ कहा कि वह यह काला कानून वापस लिए जाने तक महिलाओं के समर्थन में सड़कों पर रहेंगे. रविवार सुबह से स्टेशन के नीचे चलने वाले महिलाओं के आंदोलन के चलते जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के गेट सुबह से ही बंद रहे. मेट्रो के गेट बंद होने के कारण मेट्रो का इस्तेमाल करने वाले लोगों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा.