नई दिल्ली: टोटल लॉस में खत्म हो चुकी गाड़ियों के इंजन एवं चेसिस नंबर डालकर चोरी की गाड़ियों को बेचने वाले एक गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी की चार गाड़ियों को बरामद किया है. आरोपी चोरी की गाड़ियों को राजस्थान के जोधपुर स्थित गैराज में इंजन एवं चेसिस नंबर चढ़ाते थे.
पुलिस द्वारा गाड़ी चला रहे शख्स की पहचान मोहम्मद शाहिद के रूप में की गई. वह गाड़ी से संबंधित दस्तावेज पेश नहीं कर सका. जांच में पता चला कि यह गाड़ी बीते 21 अगस्त को मधु विहार इलाके से चोरी की गई है. पुलिस ने मोहम्मद शाहिद को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह चोरी की गाड़ियों को जोधपुर ले जाता था. वहां गैराज में उसके इंजन और चेसिस नंबर को बदला जाता था. वह उस पर ऐसी गाड़ी का नंबर चढ़ाते थे, जो एक्सीडेंट में पूरी तरीके से खत्म हो चुकी है. इसके बाद वह उस गाड़ी को खत्म हो चुकी गाड़ी की जगह बेच देते थे. आगे छानबीन में के लिए मधु विहार में दर्ज मामले को क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया.
जोधपुर से गिरफ्तार हुआ दूसरा आरोपी, मुख्य आरोपी फरार
पुलिस ने आरोपी को अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लिया. उसने पुलिस को बताया कि वह चोरी की गाड़ियों को जोधपुर में रहने वाले रफीक को पहुंचाता था, जो डेंटिंग-पेंटिंग का काम करता है. वहीं इंजन और चेसिस का नंबर बदलने का काम करता था. इसके बाद पुलिस की टीम जोधपुर पहुंची, जहां से रफीक को गिरफ्तार कर लिया गया. यहां से तीन अन्य चोरी की गाड़ियां बरामद की गई. यह सभी गाड़ियां दिल्ली से चोरी की गई थी. उन्होंने बताया कि गैंग का सरगना मोहसिन है जो फिलहाल फरार हो गया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि शाहिद केवल दसवीं कक्षा का पढ़ा है. वह पहले दिल्ली की मुर्गा मंडी में काम करता था, लेकिन जल्दी रुपये कमाने के लिए वह इस गैंग में शामिल हो गया. उसका काम चोरी की गाड़ी को जोधपुर तक पहुंचाने का था. दूसरा आरोपी रफीक राजस्थान के जोधपुर का रहने वाला है. वह गैराज चलाता है. चोरी की गाड़ी पर वह इंजन एवं चेसिस का नंबर बदलने का काम करता था. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है.