नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी जिले के एंटी ऑटो थेफ्ट स्कॉयड (एएटीएस) ने दो ऐसे शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है, जो चोरी की गाड़ी को ठिकाने लगाने के लिए जा रहे थे. पुलिस ने पकड़े आरोपियों की निशानदेही पर चोरी की चार गाड़ियां और ताले तोड़ने का सामान भी बरामद किया है.
ट्रैप लगाकर पकड़ा
उत्तर-पूर्वी जिले के डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि गत दो जनवरी को शातिर वाहन चोर के अंबेडकर कालेज के आसपास आने की सूचना मिली. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसीपी ऑपरेशन नरेश खनका के नेतृत्व में जिले के AATS इंचार्ज एसआई अखिल, एसआई जयवीर, हेड कांस्टेबल विपिन, राजदीप और कांस्टेबल पवित, संचित, दीपक और नितिन की टीम गठित की गई. टीम ने उक्त स्थान पर ट्रैप लगाकर दो लोगों को पकड़ा, जो कि ह्युंडई की दो सेंट्रो कार के साथ भागने की फिराक में लगे हुए थे. गाड़ियों के चेचिस और इंजन नंबर की जांच करने पर पता चला कि ये चोरी की हैं. आरोपियों की पहचान जहांगीरपुरी निवासी मनोज चौहान और विपिन चौहान उर्फ लव के रूप में को गई.
चोरी के बाद वाहनों को एकांत में जाकर कर देते थे खड़ा
शुरुआत में यह दोनों पुलिस को इधर-उधर की कहानी बताने लगे. सख्ती करने पर टूट गए. दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि इनके गिरोह में शामिल अरविंद और संदीप को 1 जनवरी को ही केशवपुरम पुलिस ने वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था. वह चोरी की गाड़ियों को यमुनापार के अंबेडकर कालेज के पास एकांत में खड़ा कर जाते थे. चार-पांच दिन बीतने पर वहां से गाड़ी लेे जाकर बेच देते थे. पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर दो और कारें, दो मोटरसाइकिलें और गाड़ियों के लॉक खोलने के औजार भी बरामद कर लिए. दोनों आरोपी पहले से चार मामलों में शामिल रहे हैं. इनकी गिरफ्तारी से आधा दर्जन मामलों का खुलासा हुआ है.
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जल्द पैसा कमाने को देते थे वारदात को अंजाम
पुलिस के मुताबिक, पकड़ा गया मनोज चौहान गरीब परिवार से है. परिवार में चार भाई और पांच बहने हैं. पिता ज्यादा उम्र होने की वजह से कोई काम नहीं कर पाते हैं. शीघ्र पैसा कमाने और ऐश से जीवन बिताने के चक्कर में यह वाहन चोरी करने लगा. वहीं, विपिन चौहान मनोज का चचेरा भाई है. वह स्कूल ड्रॉप आउट है. मौज-मस्ती के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने लगा.