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अमेरिका ने इराक-सीरिया में मिलिशिया समूह के ठिकानों पर किए हवाई हमले - US airstrikes in Iraq

अमेरिका ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया समूह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिकी सैन्य बलों ने सीरिया में दो स्थानों और इराक में एक स्थान पर मिलिशिया समूह की हथियार भंडारण सुविधाओं को निशाना बनाया.

मिलिशिया समूह
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Published : Jun 28, 2021, 6:36 AM IST

Updated : Jun 28, 2021, 6:56 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक-सीरिया सीमा क्षेत्र में ईरान समर्थित मिलिशिया समूह के ठिकानों पर हवाई हमले किए. सीरिया में दो स्थानों और इराक में एक स्थान पर मिलिशिया समूहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ठिकानों को निशाना बनाया गया. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी (John Kirby) ने बताया कि ये मिलिशिया समूह इराक में अमेरिकी बलों के खिलाफ मानवरहित यान (unmanned aerial vehicle) से हमले करने के लिए इन ठिकानों का इस्तेमाल कर रहे थे.

किर्बी ने बताया कि अमेरिकी सेना ने सीरिया में दो और इराक में एक यानी कुल तीन ठिकानों पर हमले किए. इन ठिकानों से मिलिशिया समूह अपने अभियान चलाते थे और यहां हथियार भी रखते थे. उन्होंने इन हमलों को 'रक्षात्मक' करार देते हुए कहा कि ये हमले इराक में अमेरिकी हितों को निशाना बनाकर किए गए ईरान समर्थित समूहों के जारी हमलों के जवाब में किए गए.

किर्बी ने कहा, अमेरिका ने स्थिति बिगड़ने के जोखिम को कम करने के लिए और हमले रोकने की खातिर एक स्पष्ट संदेश भेजने के लिए आवश्यक, उचित और सोच-समझकर कार्रवाई की. जानकारी के मुताबिक इन ठिकानों से मिलीशिया समूह अपने अभियान चलाते थे और यहां हथियार भी रखते थे. प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने इन हमलों को रक्षात्मक करार दिया.

किर्बी ने कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा इलाके में किया गया दूसरा हमला है. इससे पहले फरवरी में अमेरिका ने इराकी सीमा के निकट सीरिया में ईरान समर्थित मिलीशिया समूहों के ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले किए थे.

किर्बी ने कहा कि बाइडेन इस बात को लेकर स्पष्ट रहे हैं कि वह अमेरिकी कर्मियों की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे. इराक में अमेरिकी हितों को निशाना बनाकर किए गए ईरान समर्थित समूहों के हमलों के मद्देनजर राष्ट्रपति ने इस तरह के हमलों को बाधित करने और रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई का निर्देश दिया. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक अंतरराष्ट्रीय कानून की बात है, तो अमेरिका ने आत्मरक्षा के अपने अधिकार के तहत काम किया. हमले खतरे से निपटने के लिए आवश्यक थे और ये उचित रूप से सीमित दायरे में किए गए.

यह भी पढ़ें- अमेरिका-इजराइल संबंधों की नई शुरुआत के बीच रोम में मुलाकात करेंगे ब्लिंकन व लापिद

इस बीच दो इराकी मिलीशिया अधिकारियों ने बगदाद में प्रेस को बताया कि सीरिया के साथ लगती सीमा के पास हवाई हमले में चार मिलीशिया मारे गए. उन्होंने कहा कि पहला हमला सीरियाई क्षेत्र के अंदर एक हथियार केन्द्र पर हुआ, जहां मिलीशिया मारे गए थे. दूसरा हमला सीमा पट्टी पर हुआ. सीरियाई संघर्ष पर नजर रखने वाले समूह सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि हवाई हमलों में कम से कम पांच इराकी मिलीशिया मारे गए हैं.

यह भी पढ़ें-बांग्लादेश की राजधानी ढाका में विस्फोट, 7 लोगों की मौत

प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने रविवार को एक बयान में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिकी हवाई हमले निशाना बनाकर और एक गंभीर एवं विशेष खतरे के जवाब में उचित रूप से किए गए. उन्होंने कहा कि हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले सैन्य नायकों की रक्षा करना शीर्ष प्राथमिकता है.

(एजेंसी)

वॉशिंगटन : अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक-सीरिया सीमा क्षेत्र में ईरान समर्थित मिलिशिया समूह के ठिकानों पर हवाई हमले किए. सीरिया में दो स्थानों और इराक में एक स्थान पर मिलिशिया समूहों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ठिकानों को निशाना बनाया गया. अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी (John Kirby) ने बताया कि ये मिलिशिया समूह इराक में अमेरिकी बलों के खिलाफ मानवरहित यान (unmanned aerial vehicle) से हमले करने के लिए इन ठिकानों का इस्तेमाल कर रहे थे.

किर्बी ने बताया कि अमेरिकी सेना ने सीरिया में दो और इराक में एक यानी कुल तीन ठिकानों पर हमले किए. इन ठिकानों से मिलिशिया समूह अपने अभियान चलाते थे और यहां हथियार भी रखते थे. उन्होंने इन हमलों को 'रक्षात्मक' करार देते हुए कहा कि ये हमले इराक में अमेरिकी हितों को निशाना बनाकर किए गए ईरान समर्थित समूहों के जारी हमलों के जवाब में किए गए.

किर्बी ने कहा, अमेरिका ने स्थिति बिगड़ने के जोखिम को कम करने के लिए और हमले रोकने की खातिर एक स्पष्ट संदेश भेजने के लिए आवश्यक, उचित और सोच-समझकर कार्रवाई की. जानकारी के मुताबिक इन ठिकानों से मिलीशिया समूह अपने अभियान चलाते थे और यहां हथियार भी रखते थे. प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने इन हमलों को रक्षात्मक करार दिया.

किर्बी ने कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाले प्रशासन द्वारा इलाके में किया गया दूसरा हमला है. इससे पहले फरवरी में अमेरिका ने इराकी सीमा के निकट सीरिया में ईरान समर्थित मिलीशिया समूहों के ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले किए थे.

किर्बी ने कहा कि बाइडेन इस बात को लेकर स्पष्ट रहे हैं कि वह अमेरिकी कर्मियों की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे. इराक में अमेरिकी हितों को निशाना बनाकर किए गए ईरान समर्थित समूहों के हमलों के मद्देनजर राष्ट्रपति ने इस तरह के हमलों को बाधित करने और रोकने के लिए सैन्य कार्रवाई का निर्देश दिया. पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक अंतरराष्ट्रीय कानून की बात है, तो अमेरिका ने आत्मरक्षा के अपने अधिकार के तहत काम किया. हमले खतरे से निपटने के लिए आवश्यक थे और ये उचित रूप से सीमित दायरे में किए गए.

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इस बीच दो इराकी मिलीशिया अधिकारियों ने बगदाद में प्रेस को बताया कि सीरिया के साथ लगती सीमा के पास हवाई हमले में चार मिलीशिया मारे गए. उन्होंने कहा कि पहला हमला सीरियाई क्षेत्र के अंदर एक हथियार केन्द्र पर हुआ, जहां मिलीशिया मारे गए थे. दूसरा हमला सीमा पट्टी पर हुआ. सीरियाई संघर्ष पर नजर रखने वाले समूह सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि हवाई हमलों में कम से कम पांच इराकी मिलीशिया मारे गए हैं.

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प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने रविवार को एक बयान में कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि अमेरिकी हवाई हमले निशाना बनाकर और एक गंभीर एवं विशेष खतरे के जवाब में उचित रूप से किए गए. उन्होंने कहा कि हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले सैन्य नायकों की रक्षा करना शीर्ष प्राथमिकता है.

(एजेंसी)

Last Updated : Jun 28, 2021, 6:56 PM IST
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