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लॉकडाउन में छूट के बाद हजारों लोगों ने नेतन्याहू के खिलाफ किया प्रदर्शन

इजराइल में शनिवार रात कोविड-19 पर काबू के लिए लागू आपात प्रतिबंधों के हटने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया.

protested against Netanyahu
नेतन्याहू के खिलाफ किया प्रदर्शन
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Published : Oct 18, 2020, 12:24 PM IST

Updated : Oct 18, 2020, 12:49 PM IST

यरुशलम : इजराइल में कोविड-19 पर काबू के लिए लागू आपात प्रतिबंधों के हटने के बाद हजारों लोगों ने शनिवार रात प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर प्रदर्शन किया और इस तरह फिर से साप्ताहिक प्रदर्शन की शुरुआत हो गई.

पिछले महीने इजराइल में महामारी पर काबू के लिए नए प्रतिबंध लगाए गए थे, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन रूक गये थे. आपात नियमों की वजह से बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए यरुशलम नहीं पहुंच पा रहे थे और लोगों को घर के एक किलोमीटर के दायरे में ही C थी.

क्रांति के समर्थन में लगे नारे
प्रदर्शनकारी मध्य यरुशलम में जमा हुए और नेतन्याहू के आधिकारिक आवास तक हाथों में तख्तियां लिए पहुंचे. इस दौरान वे उनके पद छोड़ने के लिए और 'क्रांति' के समर्थन में नारे लगा रहे थे. प्रदर्शन के आयोजकों का कहना है कि इसमें देश भर के करीब 2,60,000 लोगों ने हिस्सा लिया.

पढ़ें: आर्मीनिया, अजरबैजान ने संघर्षविराम की फिर कोशिश की

नेतन्याहू को पद से इस्तीफा देने की मांग
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नेतन्याहू को पद से इस्तीफा देना चाहिए. उनका कहना था कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और इसलिए वह इस दौरान देश का नेतृत्व करने के योग्य नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू पर महामारी से ठीक से नहीं निपटने और इस वजह से बेरोजगारी बढ़ने का आरोप भी लगाया.

नेतन्याहू पर धोखाधड़ी का आरोप
नेतन्याहू पर धोखाधड़ी का आरोप है. इसके साथ ही विश्वासघात और कई घोटालों में रिश्वत लेने की उनकी भूमिका की जांच चल रही है. हालांकि वह इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं और उनका कहना है कि वह अति उत्साही पुलिस, अभियोजक और उदार मीडिया के षडयंत्रों के शिकार हैं.

यरुशलम : इजराइल में कोविड-19 पर काबू के लिए लागू आपात प्रतिबंधों के हटने के बाद हजारों लोगों ने शनिवार रात प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक आवास के बाहर प्रदर्शन किया और इस तरह फिर से साप्ताहिक प्रदर्शन की शुरुआत हो गई.

पिछले महीने इजराइल में महामारी पर काबू के लिए नए प्रतिबंध लगाए गए थे, जिसके बाद विरोध प्रदर्शन रूक गये थे. आपात नियमों की वजह से बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए यरुशलम नहीं पहुंच पा रहे थे और लोगों को घर के एक किलोमीटर के दायरे में ही C थी.

क्रांति के समर्थन में लगे नारे
प्रदर्शनकारी मध्य यरुशलम में जमा हुए और नेतन्याहू के आधिकारिक आवास तक हाथों में तख्तियां लिए पहुंचे. इस दौरान वे उनके पद छोड़ने के लिए और 'क्रांति' के समर्थन में नारे लगा रहे थे. प्रदर्शन के आयोजकों का कहना है कि इसमें देश भर के करीब 2,60,000 लोगों ने हिस्सा लिया.

पढ़ें: आर्मीनिया, अजरबैजान ने संघर्षविराम की फिर कोशिश की

नेतन्याहू को पद से इस्तीफा देने की मांग
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि नेतन्याहू को पद से इस्तीफा देना चाहिए. उनका कहना था कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और इसलिए वह इस दौरान देश का नेतृत्व करने के योग्य नहीं है. प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू पर महामारी से ठीक से नहीं निपटने और इस वजह से बेरोजगारी बढ़ने का आरोप भी लगाया.

नेतन्याहू पर धोखाधड़ी का आरोप
नेतन्याहू पर धोखाधड़ी का आरोप है. इसके साथ ही विश्वासघात और कई घोटालों में रिश्वत लेने की उनकी भूमिका की जांच चल रही है. हालांकि वह इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं और उनका कहना है कि वह अति उत्साही पुलिस, अभियोजक और उदार मीडिया के षडयंत्रों के शिकार हैं.

Last Updated : Oct 18, 2020, 12:49 PM IST
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