वॉशिंगटनः जमाल खशोगी की हत्या में क्राउन प्रिंस की भूमिक से सऊदी अरब अभी तक मना करता आया है, लेकिन अब क्रांस प्रिंस ने खुद एक टीवी चैनल से कहा कि यह हत्या मेरी निगरानी में हुई है.
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने अततः जमाल खशोगी की हत्या की जिम्मदेरी स्वीकार कर ली है. उन्होंने घटना के कुछ महीनों के बाद एक टीवी चैनल से कहा कि हत्या मेरी निगरानी में हुई है. साथ ही उन्होंने इसकी पहले से जानकारी होने से इनकार किया है.
गौरतलब है कि अगले सप्ताह प्रसारित होने वाली एक नई पीबीएस डॉक्यूमेंट्री के अनुसार प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने दिसंबर 2018 में एक पत्रकार से कहा था कि यह (जमाल खशोगी की हत्या) मेरी निगरानी में हुआ.
उन्होंने कहा कि मै पूरी जिम्मेदारी लेता हूं क्योंकि यह हत्या मेरी निगरानी में हुई है.
बता दें कि 2 अक्टूबर को जमाल खगोशी की हत्या हो गई है. इसके बाद क्राउन प्रिंस सलमान का बयान आया है.
अमेरिका में रह रहे लेखक की हत्या के बाद प्रिंस को अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा था, बता दें कि खगोशी की हत्या इस्तांबुल के सऊदी अरब दूतावास में कर दी गई थी, लेकिन खमोशी का शव को अब तक प्राप्त नहीं किया जा सका है.
दिसंबर 2018 में रियाद के बाहर एक कार रेश में बातचीत के दौरान उनसे सवाल किया गया था कि उन्हें हत्या की जानकारी क्यों नहीं है. उस जवाब में सलमान ने कहा कि हमारे पास 20 मिलियन लोग है और 3 मिलियन ज्यादा सरकारी कर्मचारी है.
जब इस बात पर जोर दिया गाय कि हत्या को अंजाम देने के लिए एक टीम इस्तांबुल में शाही विमानों में से एक को कैसे ले जा सकती है. तो, इसपर सलमान ने कहा कि मेरे पास अधिकारी हैं. कार्य पालन के लिए मंत्री है और उनके पास ये सभी करने का अधिकार है.
गौरतलब है कि रियाद लगातार खगोशी की हत्या में प्रिंस मोहम्मद का हाथ होने से इनकार करता आ रहा है.
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संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार विशेषज्ञ की एक रिपोर्ट में बताया था कि सऊदी अरब के युवराज सलमान के खगोशी की हत्या से जुड़ें होने के ठोस सबूतों के मिलने की बात कही थी.. सीआईए के अनुसार हत्या की खगोशी की हत्या प्रिंस मोहम्मद के आदेश पर हुई थी. लेकिन इसके बावजूद भी प्रिंस सलमान अभियोजन पक्ष ने बरी कर दिया गया था.
इस रिपोर्ट में सऊदी अरब के युवराज के हत्या से जुड़े होने के ठोस सबूतों के मिलने की बात कही गई हैं
बता दें कि खगोशी हत्या के जुर्म में दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया था. जिसमें से पांच लोगों को मौत की सजा सुनाई गई.
क्या था पूरा मामला-
जमाल खशोगी सऊदी के जाने-माने पत्रकार थे. उनकी इस्तांबुल में सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी. इस घटना पर तुर्की के अधिकारियों ने शक जाहिर किया था कि दूतावास के अंदर ही सऊदी के अधिकारियों ने जमाल की हत्या कर दी. हालांकि, सऊदी सरकार ने इन आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें झूठा और निराधार बताया है.