काहिरा : यमन में ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों के साथ युद्ध कर रहे सऊदी नीत गठबंधन ने बुधवार को संघर्ष विराम की घोषणा की जो गुरुवार से शुरू होगा.
यह एक ऐसा कदम है जिससे दोनों ही पक्षों के बीच पहली बार शांति वार्ता का रास्ता प्रशस्त हो सकता है. यमन में पिछले करीब पांच साल से युद्ध चल रहा है.
सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी में सऊदी के एक सैन्य प्रवक्ता कर्नल तुर्की अल-मल्की को यह कहते हुए उद्धृत किया गया है कि यह संघर्ष विराम दो सप्ताह का है और यह कोरोना वायरस महामारी के समय दुश्मनी रोकने की संयुक्त राष्ट्र की मांग के बाद आया है.
उन्होंने कहा कि यह संघर्ष विराम सभी पक्षों के बीच प्रस्तावों पर चर्चा करने, कदम उठाने और यमन में सतत संघर्षविराम के तरीके तलाश करने का रास्ता साफ कर सकता है ताकि यमन में राजनीतिक समाधान निकल सके.
इस पर हुती नेताओं या यमन की अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
इस घोषणा के कुछ घंटे के भीतर ही यमन के मारिब प्रांत के लोगों ने कहा कि शहर के मध्य में एक रक्षा इमारत को निशाना बनाया गया है. ऐसा संदेह है कि मिसाइल हुती ने दागी है. अभी किसी के इसमें हताहत होने की खबर नहीं आई है और न ही किसी ने अभी जिम्मेदारी ली है.
यमन के राष्ट्रपति के सलाहकार अब्देल-मालेक अल-मेखलाफी ने इसके लिए हुती को दोषी ठहराया है.
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संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने 23 मार्च को कोरोना वायरस से निबटने के लिए दुनिया में चल रहे सभी युद्ध रोकने की मांग की थी.