धमारः रेड क्रास की अन्तरराष्ट्रीय समिति के अनुसार रविवार को सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन के मध्य धमार प्रांत के एक डिटेंशन सेन्टर पर हवाई हमला किया, इस हमले में सौ से अधिक लोगों के मारे जानें की खबर है.
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठंबधन के द्वारा इस वर्ष का अब तक का यह सबसे घातक हमला था. इस हवाई हमले में कई आम नागरिकों की मौत हुई, इस हमले में गैर- सैन्य स्थानों को भी निशाना बनाया गया, इस कारण इस हमले को अन्तर्राष्ट्रीय मंचो पर आलोचनाओं का समना करना पड़ रहा है.
आईसीआरसी कार्यालय ने मीडिया को बताया कि यमन में आईआरसी द्वारा भेजी गई टीम के प्रमुख फ्रेंज राउचेंस्टीन ने बताया कि धमार प्रांत में हुए हवाई हमले में सौ से अधिक लोग मारे गए, लेकिन यह आकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि बचाव दल अभी भी मलबे के नीचे लोगों को खोज रही है.
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन का कहना है कि उसने धमार में हौती सैन्य शिविर को निशाना बनाया है जहां ड्रोन और मिसाइल रखे जाते हैं. जबकि विद्रोहियों के अनुसार जिस वक्त यह हमला हुआ जेल में 170 से अधिक लोग बंद थे, इन लोगों को लड़ाई के दौरान पकड़ा गया था.
धमार प्रातं यमन की राजधानी सना से सौ किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित है, यह क्षेत्र सन् 2014 से हौती विद्रोहियों के कब्जे में है, क्योंकि यमिन के राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी को विद्रोहियों द्वारा देश से निकाल दिया गया था.
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इरान सरकार द्वारा समर्थन वाले हौती विद्रोही यमन सरकार का समर्थन करने वाली सऊदी अरब की अगुवाई वाली गठबंधन सेना से संघर्ष कर रहे हैं. इरान सरकार द्वारा यमीन के राष्ट्रपति को चार साल पहले देश से निकालने में हौती विद्रोहियों का समर्थन किया गया था.