तेहरान: ईरान ने 'तनाव पैदा करने वाली ट्रंप की टिप्पणी' को लेकर अमेरिका पर जमकर निशाना साधा. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनकी सरकार शासन में बदलाव की मांग नहीं कर रही है और वह तेहरान के साथ वार्ता का स्वागत करेगी. जिसके बाद ईरान ने अमेरिका पर निशाना साधा.
ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, 'ट्रम्प प्रशासन ईरानी लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है और क्षेत्र में तनाव पैदा कर रहा है.'
जरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल का हवाला देते हुए कहा, 'बयान नहीं, बल्कि उठाए जाने वाले कदम से पता चलेगा कि डोनाल्ड ट्रंप का यह इरादा है या नहीं.'
ट्रंप ने जापान की यात्रा के दौरान कहा था कि 'हम शासन में (ईरान में) बदलाव नहीं चाहते... हम परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध चाहते हैं.'
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दरअसल, जापान के दौरे पर पहुंचे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को तोक्यो में संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैं ईरान के कई लोगों को जानता हूं. वे महान लोग हैं, उसके (ईरान के) पास उसी नेतृत्व के साथ महान देश बनने का अवसर है.'
ट्रंप ने कहा, 'हम सत्ता परिवर्तन नहीं चाहते, मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं. हम चाहते हैं कि कोई परमाणु हथियार न बने.' उन्होंने कहा, 'मैं किसी भी तरह से ईरान को नुकसान पहुंचाने के बारे में नहीं सोच रहा हूं.'
गौरतलब है कि अमेरिका ने शुक्रवार को कहा था कि वह ईरान की ओर से उत्पन्न हो रहे 'संभावित खतरों' से निपटने के लिए पश्चिम एशिया में 1,500 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर रहा है.
बता दें, ईरान के साथ हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु सौदे से बाहर निकलने और तेल उत्पादक देश पर फिर से प्रतिबंध लगाने के ट्रंप के पिछले साल के फैसले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने 'भयावह ईरान समझौते' की फिर से आलोचना की थी. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह नई बातचीत के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हम किसी समझौते पर पहुंच जाएंगे.'
गौरतलब है, इससे कुछ घंटों पहले ट्रंप ने कहा, 'मुझे यकीन है कि ईरान बातचीत करना चाहेगा और अगर वह बातचीत करना चाहता है तो हम भी बात करेंगे.' आपको बता दें, ट्रंप ने यही नरम रुख उत्तर कोरिया के प्रति भी दिखाया है.