नई दिल्ली : कतर ने शुक्रवार को भारत में निवेश वाली परियाजनाओं की पहचान करने के लिए कार्य बल गठित करने पर सहमति जताई है. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने यह जानकारी दी.
कतर भारत का सबसे बड़े एलएनजी आपूर्तिकर्ता है. भारत उससे लंबी अवधि के एक अनुबंध के तहत कतर से 85 लाख टन सालाना तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का आयात करता है.
प्रधान ने ट्वीट किया, कतर के ऊर्जा राज्य मंत्री और कतर पेट्रोलियम के अध्यक्ष एवं सीईओ शेरिदा अल- काबी के साथ टेलिकॉल पर बात हुई. इस दौरान भारत में समूची ऊर्जा श्रृंखला में कतर के निवेश को बढ़ाने के मुद्दे पर बातचीत हुई.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कतर के अमीर शेख तमिन बिन हमद अल- थानी के साथ 8 दिसंबर को हुई बातचीत को ही इसमें आगे बढ़ाया गया.
पढ़ें :- गैस भंडार के उत्खनन को लेकर तुर्की पर प्रतिबंध
प्रधान ने कहा, बातचीत के दौरान मंत्री अल- काबी और मैं ऊर्जा पर एक कार्य बल गठित करने पर सहमत हुए हैं. इस कार्यबल में कतर पेट्रोलियम के उपाध्यक्ष और पेट्रोलियम मंत्रालय से एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे जो कि भारत में कतर के निवेश के लिए ऊर्जा क्षेत्र की खास परियोजनाओं की पहचान करेंगे.