यरुशलम : भारत और इजराइल ने सोमवार को स्वास्थ्य और औषधि के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें जलवायु के अनुकूल आधारभूत ढांचे के निर्माण में विशेषज्ञता साझा करना और हरित स्वास्थ्य सेवा में सहयोग शामिल है. इस समझौते पर इजरायल के विदेश मंत्री गैबी अश्केनाजी और इजरायल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने हस्ताक्षर किए. एक प्रेस बयान में कहा गया है कि नया समझौता सितंबर 2003 में हस्ताक्षरित पिछले समझौते की जगह लेगा.
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अश्केनाजी ने दोनों देशों के बीच संयुक्त प्रयासों को रेखांकित करते हुए कोविड-19 से निपटने के सहयोग पर संतोष व्यक्त किया. भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोविड-19 के एक करोड़ से अधिक मामले सामने आए हैं जबकि इससे 1,45,810 लोगों की जान गई है. कोरोना वायरस से इजराइल में 3,109 व्यक्तियों की मौत हुई है. अश्केनाजी ने जल प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर जोर दिया. नए समझौते में जलवायु के अनुकूल बुनियादी ढांचे के लिए विशेषज्ञता साझा करने के साथ ही हरित स्वास्थ्य देखभाल के विकास के लिए सहयोग प्रदान करना शामिल है.
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सिंगला ने कहा कि कोविड-19 को लेकर हमारे बीच जारी सहयोग के मद्देनजर, यह समझौता स्वास्थ्य और औषधि के क्षेत्र में हमारे मौजूदा सहयोग को मजबूत करता है. विशेष रूप से, हम डिजिटल स्वास्थ्य और चिकित्सा उपकरणों को लेकर अपने प्रयासों को बढाना चाहते हैं. यह समझौता चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के आदान-प्रदान और प्रशिक्षण, मानव संसाधनों के विकास में सहायता और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की स्थापना में सहयोग में तेजी लाएगा. यह दवा, चिकित्सा उपकरणों और सौंदर्य प्रसाधनों के विनियमन के बारे में सूचनाओं के आदान-प्रदान में भी सुविधा प्रदान करेगा.
अश्केनाजी ने स्वास्थ्य, आर्थिक और पर्यटन क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया. उन्होंने ट्वीट किया कि मैंने अभी भारत और वियतनाम के साथ स्वास्थ्य और एविएशन के क्षेत्र में दो द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं. ये समझौते विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करेंगे, पेशेवर सहयोग को बढ़ावा देंगे और सार्वजनिक स्वास्थ्य, व्यापार और पर्यटन के विकास में सहायक होंगे.