ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ (ईयू) ने कहा है कि ईरान परमाणु समझौते को बचाने के लिए वह फिर से प्रयास करेगा. साथ ही इसने कहा कि तेहरान यूरेनियम का संवर्द्धन नये स्तर तक करने की शुरुआत कर 2015 के समझौते की प्रतिबद्धताओं का 'घोर उल्लंघन' कर रहा है.
ईयू के प्रवक्ता पीटर स्टैनो ने कहा कि ईरान की कार्रवाई का 'परमाणु अप्रसार पर गंभीर असर होगा.'
स्टैनो ने कहा कि समझौते को बचाना हर किसी के हित में है और 27 देशों का संगठन अपने प्रयासों को 'मजबूत करेगा' ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि ऐतिहासिक समझौते की प्रतिबद्धताओं का सभी पालन करें.
ईरान ने 2015 में दुनिया की शक्तियों के साथ किए गए परमाणु समझौते के बाद सोमवार को नए स्तर पर यूरेनियम संवर्द्धन शुरू किया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल की समाप्ति की ओर देखते हुए तेहरान ने संभवत: ऐसा करना शुरू किया है. 2018 में ट्रंप ने समझौते से अमेरिका के एकतरफा अलग होने की घोषणा की थी जिसके बाद तनाव शुरू हो गए थे.
तेहरान ने अपने भूमिगत फोरदो केंद्र में यूरेनियम संवर्द्धन शुरू किया है. ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा कि समझौते के अन्य साझीदार अगर इसका पूरा पालन करें तो उनका देश कार्रवाई से 'पूरी तरह पीछे हट' सकता है. हालांकि उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी.
पढ़ें-ईरान ने अमेरिका से तनाव के बीच 20 प्रतिशत यूरेनियम संवर्धन शुरू किया
ईरान ने पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को सूचित किया कि उसकी 20 प्रतिशत तक यूरेनियम संवर्द्धन को बढ़ाने की योजना है.