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लीबिया संघर्ष : संसद अध्यक्ष ने की शांति की पहल, मिस्र ने किया स्वागत - उत्तर पूर्वी शहर टोब्रुक

लीबिया में लंबे समय से संघर्ष जारी है. लीबिया के पूर्व सैन्य नेता और संसद अध्यक्ष ने शांति की पहल की है. मिस्र ने इस पहल का स्वागत किया है. इसके तहत विदेशी लोग लीबिया से बाहर आएंगे और मिलिशिया विघटित और निरस्त्र हो जाएंगी, ताकि लीबियन नेशनल आर्मी (LNA), सुरक्षा बलों के साथ मिलकर देश में अपनी सुरक्षा और सैन्य जिम्मेदारियों को निभा सके.

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मिस्त्र के राष्ट्रपति की लीबिया संघर्ष को समाप्त करने की पहल
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Published : Jun 7, 2020, 7:40 AM IST

Updated : Jun 7, 2020, 10:44 AM IST

काहिरा (मिस्र) : मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी ने शनिवार को घोषणा की कि लीबिया के संसद अध्यक्ष अगुइला सालेह और पूर्वी सैन्य नेता खलीफा हफ्टर ने पड़ोसी युद्धग्रस्त लीबिया में सैन्य संघर्ष को समाप्त करने की एक पहल का स्वागत किया है.

सिसी की घोषणा काहिरा में लीबियाई नेताओं के साथ बैठक के बाद हुई, जिस दौरान उन्होंने लीबिया में चल रहे गृह युद्ध के हालिया घटनाक्रम पर चर्चा की.

सिसी ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि काहिरा घोषणा की पहल, आठ जून से शुरू होने वाली लीबियाई पार्टियों के बीच युद्ध विराम के बीच संघर्ष विराम की मांग करती है.

मिस्र के राष्ट्रपति के अनुसार इस पहल के तहत, विदेशी लोग लीबिया से बाहर आएंगे और मिलिशिया विघटित और निरस्त्र हो जाएंगी, ताकि हफ़्ता की अगुवाई वाली लीबिया नेशनल आर्मी (LNA), सुरक्षा बलों के साथ मिलकर देश में अपनी सुरक्षा और सैन्य जिम्मेदारियों को निभा सके.

गौरतलब है कि पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी के निष्कासन और हत्या के बाद से लीबिया में लगातार गृहयुद्ध के हालात बने हुए हैं.

2014 में हालात और भी बदतर हो गए, जब दो प्रतिद्वंदी सरकारों के बीच सत्ता का विभाजन हुआ.

राजधानी त्रिपोली में स्थित संयुक्त राष्ट्र समर्थित नेशनल एकॉर्ड (GNA) सरकार और दूसरा उत्तर पूर्वी शहर टोब्रुक में हाप्टर की LNA के साथ गठबंधन किया.

ईस्टर्न बेस्ड आर्मी ने अप्रैल 2019 में संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार से त्रिपोली पर कब्जा करने का प्रयास करते हुए एक सैन्य अभियान शुरू किया.

इस लड़ाई में सैकड़ों की संख्या में नागरिक मारे गए और कई घायल हो गए. वहीं तकरीबन 150,000 से भी ज्यादा लोग अपने घरों से कहीं और भागने पर मजबूर हो गए.

पढ़ें : लीबिया : जीएनए सेना ने हासिल किया त्रिपोली हवाई अड्डे पर पूर्ण नियंत्रण

सिसी के अनुसार, यह पहल लीबिया के संस्थानों को एकजुट करने और विनियमित करने का प्रयास करती है. इसके साथ ही यह देश के संसाधनों पर किसी भी चरमपंथी समूहों या मिलिशिया के एकाधिकार को रोकती है. पहल संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रयासों का सम्मान करने का आह्वान करती है.

उन्होंने कहा कि लीबिया में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा को प्रभावित करती है.

यह पहल लीबिया में सामान्य और सुरक्षित जीवन की वापसी की दिशा में एक नए चरण के लिए एक शुरुआत होगी.

प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए, लीबिया की संसद के स्पीकर ने कहा कि पहल द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रपति परिषद में एक अध्यक्ष, दो प्रतिनियुक्ति और एक प्रधानमंत्री शामिल होंगे. साथ ही इसका कार्यकाल 18 माह का होगा.

घोषित होने के कुछ घंटों बाद, सिसी की पहल का अमेरिका, रूस, फ्रांस, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और जॉर्डन सहित कई देशों ने स्वागत किया.

लीबिया में चल रहे संघर्ष पर एक नजर :

गौरतलब है कि लीबिया में गर्वमेंट ऑफ नेशनल अकोर्ड (जीएनए) और लीबियन नेशनल आर्मी (एलएनए) के बीच लगातार लड़ाई जारी है. यहां एलएनए दक्षिणी और पूर्वी लीबिया के विशाल क्षेत्रों को नियंत्रित करता है. वहीं जीएनए देश के पश्चिमी भाग को नियंत्रित करता है. जीएनए की सेनाओं ने लीबिया की राष्ट्रीय सेना से त्रिपोली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है.

काहिरा (मिस्र) : मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी ने शनिवार को घोषणा की कि लीबिया के संसद अध्यक्ष अगुइला सालेह और पूर्वी सैन्य नेता खलीफा हफ्टर ने पड़ोसी युद्धग्रस्त लीबिया में सैन्य संघर्ष को समाप्त करने की एक पहल का स्वागत किया है.

सिसी की घोषणा काहिरा में लीबियाई नेताओं के साथ बैठक के बाद हुई, जिस दौरान उन्होंने लीबिया में चल रहे गृह युद्ध के हालिया घटनाक्रम पर चर्चा की.

सिसी ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि काहिरा घोषणा की पहल, आठ जून से शुरू होने वाली लीबियाई पार्टियों के बीच युद्ध विराम के बीच संघर्ष विराम की मांग करती है.

मिस्र के राष्ट्रपति के अनुसार इस पहल के तहत, विदेशी लोग लीबिया से बाहर आएंगे और मिलिशिया विघटित और निरस्त्र हो जाएंगी, ताकि हफ़्ता की अगुवाई वाली लीबिया नेशनल आर्मी (LNA), सुरक्षा बलों के साथ मिलकर देश में अपनी सुरक्षा और सैन्य जिम्मेदारियों को निभा सके.

गौरतलब है कि पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी के निष्कासन और हत्या के बाद से लीबिया में लगातार गृहयुद्ध के हालात बने हुए हैं.

2014 में हालात और भी बदतर हो गए, जब दो प्रतिद्वंदी सरकारों के बीच सत्ता का विभाजन हुआ.

राजधानी त्रिपोली में स्थित संयुक्त राष्ट्र समर्थित नेशनल एकॉर्ड (GNA) सरकार और दूसरा उत्तर पूर्वी शहर टोब्रुक में हाप्टर की LNA के साथ गठबंधन किया.

ईस्टर्न बेस्ड आर्मी ने अप्रैल 2019 में संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार से त्रिपोली पर कब्जा करने का प्रयास करते हुए एक सैन्य अभियान शुरू किया.

इस लड़ाई में सैकड़ों की संख्या में नागरिक मारे गए और कई घायल हो गए. वहीं तकरीबन 150,000 से भी ज्यादा लोग अपने घरों से कहीं और भागने पर मजबूर हो गए.

पढ़ें : लीबिया : जीएनए सेना ने हासिल किया त्रिपोली हवाई अड्डे पर पूर्ण नियंत्रण

सिसी के अनुसार, यह पहल लीबिया के संस्थानों को एकजुट करने और विनियमित करने का प्रयास करती है. इसके साथ ही यह देश के संसाधनों पर किसी भी चरमपंथी समूहों या मिलिशिया के एकाधिकार को रोकती है. पहल संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रयासों का सम्मान करने का आह्वान करती है.

उन्होंने कहा कि लीबिया में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा को प्रभावित करती है.

यह पहल लीबिया में सामान्य और सुरक्षित जीवन की वापसी की दिशा में एक नए चरण के लिए एक शुरुआत होगी.

प्रेस कांफ्रेंस में बोलते हुए, लीबिया की संसद के स्पीकर ने कहा कि पहल द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रपति परिषद में एक अध्यक्ष, दो प्रतिनियुक्ति और एक प्रधानमंत्री शामिल होंगे. साथ ही इसका कार्यकाल 18 माह का होगा.

घोषित होने के कुछ घंटों बाद, सिसी की पहल का अमेरिका, रूस, फ्रांस, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और जॉर्डन सहित कई देशों ने स्वागत किया.

लीबिया में चल रहे संघर्ष पर एक नजर :

गौरतलब है कि लीबिया में गर्वमेंट ऑफ नेशनल अकोर्ड (जीएनए) और लीबियन नेशनल आर्मी (एलएनए) के बीच लगातार लड़ाई जारी है. यहां एलएनए दक्षिणी और पूर्वी लीबिया के विशाल क्षेत्रों को नियंत्रित करता है. वहीं जीएनए देश के पश्चिमी भाग को नियंत्रित करता है. जीएनए की सेनाओं ने लीबिया की राष्ट्रीय सेना से त्रिपोली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया है.

Last Updated : Jun 7, 2020, 10:44 AM IST
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