नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई अभियान तेज कर दिया गया है. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुरूप सफाई कार्य शुरू हो चुका है. यमुना में ट्रैश स्किमर, वॉटर वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने सफाई अभियान शुरू कर दिया है.
चार चरण में होगा काम: दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय का कहना है कि ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट सिग्नेचर ब्रिज से वासुदेव घाट की ओर बढ़ रहा है, जबकि वॉटर वीड हार्वेस्टर आईटीओ और सिग्नेचर ब्रिज के पास काम कर रहे हैं. यमुना नदी के सफाई के लिए चार स्तरीय रणनीति बनाई गई है, जिसमें यमुना से कचरा, गाद हटाना, नजफगढ़ और अन्य नालों की सफाई, मौजूदा एसटीपी की क्षमता की निगरानी करना, 400 एमजीडी सीवेज ट्रीटमेंट के लिए नए एसटीपी या डीएसटीपी निर्माण करना है. तीन वर्षों में यमुना के सफाई का लक्ष्य रखा गया है. यानी की वर्ष 2028 तक यमुना की सफाई हो जाएगी.
#WATCH | Delhi Lt Governor Office says, " works on cleaning river yamuna have already begun with trash skimmers, weed harvesters and a dredge utility craft already starting cleaning operations in the river today. delhi lg vk saxena yesterday met the chief secretary and acs (i&fc)… pic.twitter.com/aNY5FiuInr
— ANI (@ANI) February 16, 2025
उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा, "यमुना नदी की सफाई का काम पहले ही शुरू हो चुका है. कचरा उठाने वाले स्किमर, खरपतवार निकालने वाले यंत्र और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने आज नदी में सफाई अभियान शुरू कर दिया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कल मुख्य सचिव और ACS (I&FC) से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने को कहा.
Delhi Lt Governor Office says, " a four-pronged strategy has been put in place to tackle the issue comprehensively - 1) to begin with, the trash, garbage and silt in the yamuna river stream will be removed, 2) simultaneously cleaning operations in the najafgarh drain,…<="" p>— ani (@ani) February 16, 2025
दिल्ली जलबोर्ड, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकण समेत कई एजेंसियां मिलकर यमुना की सफाई का कार्य करेंगी. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को औद्योगिक अपशिष्ट पर निगरानी के निर्देश मिले हैं, जनवरी 2023 में शुरू हुआ मिशन आप सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट से रुकवा दिया गया था, जिससे यमुना का प्रदूषण बढ़ गया है. अब पुनः अभियान तेज कर दिया गया है. शहर में औद्योगिक इकाइयों द्वारा नालियों में अशोधित अपशिष्ट के निर्वहन पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.
क्या है, ट्रैश स्कीमर मशीन?
- ट्रैश स्कीमर की मदद से पानी की सतह पर तैर रहे कचरे को इकट्ठा किया जाता है. इस मशीन का इस्तेमाल नदियों, बंदरगाहों और समुद्रों में कचरा साफ करने के लिए होता है.
- यह मशीन प्लास्टिक, बोतलें, धार्मिक कचरा, कपड़े, धातु की वस्तुएं, पूजा अपशिष्ट, मृत पशु और पक्षी आदि को एकत्र करती है.
- यह पानी से खरपतवार (जलकुंभी) को हटाने में भी सहायक है.
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