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दिल्ली में यमुना की सफाई शुरू, 3 साल में नदी को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य - CLEANING OF YAMUNA STARTED IN DELHI

दिल्ली में यमुना नदी की सफाई का काम शुरू, उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से वीडियो भी किया गया शेयर

दिल्ली में यमुना की सफाई शुरू
दिल्ली में यमुना की सफाई शुरू (ani x)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 16, 2025, 6:08 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई अभियान तेज कर दिया गया है. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुरूप सफाई कार्य शुरू हो चुका है. यमुना में ट्रैश स्किमर, वॉटर वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने सफाई अभियान शुरू कर दिया है.

चार चरण में होगा काम: दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय का कहना है कि ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट सिग्नेचर ब्रिज से वासुदेव घाट की ओर बढ़ रहा है, जबकि वॉटर वीड हार्वेस्टर आईटीओ और सिग्नेचर ब्रिज के पास काम कर रहे हैं. यमुना नदी के सफाई के लिए चार स्तरीय रणनीति बनाई गई है, जिसमें यमुना से कचरा, गाद हटाना, नजफगढ़ और अन्य नालों की सफाई, मौजूदा एसटीपी की क्षमता की निगरानी करना, 400 एमजीडी सीवेज ट्रीटमेंट के लिए नए एसटीपी या डीएसटीपी निर्माण करना है. तीन वर्षों में यमुना के सफाई का लक्ष्य रखा गया है. यानी की वर्ष 2028 तक यमुना की सफाई हो जाएगी.

उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा, "यमुना नदी की सफाई का काम पहले ही शुरू हो चुका है. कचरा उठाने वाले स्किमर, खरपतवार निकालने वाले यंत्र और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने आज नदी में सफाई अभियान शुरू कर दिया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कल मुख्य सचिव और ACS (I&FC) से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने को कहा.

दिल्ली जलबोर्ड, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकण समेत कई एजेंसियां मिलकर यमुना की सफाई का कार्य करेंगी. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को औद्योगिक अपशिष्ट पर निगरानी के निर्देश मिले हैं, जनवरी 2023 में शुरू हुआ मिशन आप सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट से रुकवा दिया गया था, जिससे यमुना का प्रदूषण बढ़ गया है. अब पुनः अभियान तेज कर दिया गया है. शहर में औद्योगिक इकाइयों द्वारा नालियों में अशोधित अपशिष्ट के निर्वहन पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.

क्या है, ट्रैश स्कीमर मशीन?

  • ट्रैश स्कीमर की मदद से पानी की सतह पर तैर रहे कचरे को इकट्ठा किया जाता है. इस मशीन का इस्तेमाल नदियों, बंदरगाहों और समुद्रों में कचरा साफ करने के लिए होता है.
  • यह मशीन प्लास्टिक, बोतलें, धार्मिक कचरा, कपड़े, धातु की वस्तुएं, पूजा अपशिष्ट, मृत पशु और पक्षी आदि को एकत्र करती है.
  • यह पानी से खरपतवार (जलकुंभी) को हटाने में भी सहायक है.

ये भी पढ़ें:

  1. संसद में PM मोदी का भाषण: केजरीवाल के 'शीशमहल' और यमुना के पानी में 'जहर' पर पीएम ने किया कटाक्ष
  2. दिल्ली के VVIP इलाके में गहरा सकता है पानी का संकट, जानिए क्या है कारण

नई दिल्ली: दिल्ली में यमुना नदी की सफाई अभियान तेज कर दिया गया है. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुरूप सफाई कार्य शुरू हो चुका है. यमुना में ट्रैश स्किमर, वॉटर वीड हार्वेस्टर और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने सफाई अभियान शुरू कर दिया है.

चार चरण में होगा काम: दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय का कहना है कि ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट सिग्नेचर ब्रिज से वासुदेव घाट की ओर बढ़ रहा है, जबकि वॉटर वीड हार्वेस्टर आईटीओ और सिग्नेचर ब्रिज के पास काम कर रहे हैं. यमुना नदी के सफाई के लिए चार स्तरीय रणनीति बनाई गई है, जिसमें यमुना से कचरा, गाद हटाना, नजफगढ़ और अन्य नालों की सफाई, मौजूदा एसटीपी की क्षमता की निगरानी करना, 400 एमजीडी सीवेज ट्रीटमेंट के लिए नए एसटीपी या डीएसटीपी निर्माण करना है. तीन वर्षों में यमुना के सफाई का लक्ष्य रखा गया है. यानी की वर्ष 2028 तक यमुना की सफाई हो जाएगी.

उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा, "यमुना नदी की सफाई का काम पहले ही शुरू हो चुका है. कचरा उठाने वाले स्किमर, खरपतवार निकालने वाले यंत्र और ड्रेज यूटिलिटी क्राफ्ट ने आज नदी में सफाई अभियान शुरू कर दिया है. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कल मुख्य सचिव और ACS (I&FC) से मुलाकात की और उन्हें तुरंत काम शुरू करने को कहा.

दिल्ली जलबोर्ड, दिल्ली नगर निगम, दिल्ली विकास प्राधिकण समेत कई एजेंसियां मिलकर यमुना की सफाई का कार्य करेंगी. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) को औद्योगिक अपशिष्ट पर निगरानी के निर्देश मिले हैं, जनवरी 2023 में शुरू हुआ मिशन आप सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट से रुकवा दिया गया था, जिससे यमुना का प्रदूषण बढ़ गया है. अब पुनः अभियान तेज कर दिया गया है. शहर में औद्योगिक इकाइयों द्वारा नालियों में अशोधित अपशिष्ट के निर्वहन पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.

क्या है, ट्रैश स्कीमर मशीन?

  • ट्रैश स्कीमर की मदद से पानी की सतह पर तैर रहे कचरे को इकट्ठा किया जाता है. इस मशीन का इस्तेमाल नदियों, बंदरगाहों और समुद्रों में कचरा साफ करने के लिए होता है.
  • यह मशीन प्लास्टिक, बोतलें, धार्मिक कचरा, कपड़े, धातु की वस्तुएं, पूजा अपशिष्ट, मृत पशु और पक्षी आदि को एकत्र करती है.
  • यह पानी से खरपतवार (जलकुंभी) को हटाने में भी सहायक है.

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