ETV Bharat / international

तुर्की ने ट्विटर व पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगाया - प्रतिनिधि नियुक्त करना अनिवार्य कर दिया गया

ट्विटर और फेसबुक द्वारा डोनाल्ड ट्रंप पर बैन लगाने की चर्चा खूब रही, वहीं अब तुर्की ने सोशल मीडिया साइट पर विज्ञापन बैन लगा दिया है. तुर्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के संबंध में देश में बनाए गए कानून का पालन नहीं करने को लेकर मंगलवार को ट्विटर और पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगा दिया है.

twitter
twitter
author img

By

Published : Jan 19, 2021, 5:55 PM IST

अंकारा : तुर्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के संबंध में देश में बनाए गए कानून का पालन नहीं करने पर मंगलवार को ट्विटर और पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगा दिया है. नए कानून के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए देश में विधिक प्रतिनिधि नियुक्त करना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि उनके प्लेटफॉर्म पर साझा की गई सामग्री के संबंध में शिकायतों का निस्तारण किया जा सके.

मानवाधिकार संगठन और मीडिया स्वतंत्रता समूह इस कानून को सेंसरशिप बता रहे हैं. जो भी कंपनियां आधिकारिक प्रतिनिधि नियुक्त करने से इनकार कर रही हैं, उन सभी पर जुर्माना लगाया जाएगा. उनके विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगेगा और उनका बैंडविड्थ भी कम किया जा सकता है, जिसके कारण प्लेटफॉर्म का उपयोग करना बहुत ही धीमा हो जाएगा. गौरतलब है कि लिंकडइन, यूट्यूब, टिकटॉक, डेलीमोशन और रूसी सोशल मीडिया साइट वीकोंताक्ते के बाद सोमवार को फेसबुक ने भी कहा कि उसने तुर्की में विधिक प्रतिनिधि की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस कारण फेसबुक के विज्ञापनों पर प्रतिबंध नहीं लगा है.

यह भी पढ़ें-कृषि कानून गतिरोध : 21 जनवरी को होगी सुप्रीम कोर्ट कमेटी की बैठक, किसानों से भी मिलेंगे सदस्य

ट्विटर के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगने के बाद संचार एवं आधारभूत संरचना मामलों के उपमंत्री ओमेर फतेह सयाम ने कहा कि हम आशा करते हैं कि ट्विटर और पिंटरेस्ट, जिन्होंने अभी तक अपने प्रतिनिधियों की घोषणा नहीं की है, वे जल्दी ही इस दिशा में कदम उठाएंगे.

अंकारा : तुर्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के संबंध में देश में बनाए गए कानून का पालन नहीं करने पर मंगलवार को ट्विटर और पिंटरेस्ट पर विज्ञापन प्रतिबंध लगा दिया है. नए कानून के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए देश में विधिक प्रतिनिधि नियुक्त करना अनिवार्य कर दिया गया है, ताकि उनके प्लेटफॉर्म पर साझा की गई सामग्री के संबंध में शिकायतों का निस्तारण किया जा सके.

मानवाधिकार संगठन और मीडिया स्वतंत्रता समूह इस कानून को सेंसरशिप बता रहे हैं. जो भी कंपनियां आधिकारिक प्रतिनिधि नियुक्त करने से इनकार कर रही हैं, उन सभी पर जुर्माना लगाया जाएगा. उनके विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगेगा और उनका बैंडविड्थ भी कम किया जा सकता है, जिसके कारण प्लेटफॉर्म का उपयोग करना बहुत ही धीमा हो जाएगा. गौरतलब है कि लिंकडइन, यूट्यूब, टिकटॉक, डेलीमोशन और रूसी सोशल मीडिया साइट वीकोंताक्ते के बाद सोमवार को फेसबुक ने भी कहा कि उसने तुर्की में विधिक प्रतिनिधि की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस कारण फेसबुक के विज्ञापनों पर प्रतिबंध नहीं लगा है.

यह भी पढ़ें-कृषि कानून गतिरोध : 21 जनवरी को होगी सुप्रीम कोर्ट कमेटी की बैठक, किसानों से भी मिलेंगे सदस्य

ट्विटर के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगने के बाद संचार एवं आधारभूत संरचना मामलों के उपमंत्री ओमेर फतेह सयाम ने कहा कि हम आशा करते हैं कि ट्विटर और पिंटरेस्ट, जिन्होंने अभी तक अपने प्रतिनिधियों की घोषणा नहीं की है, वे जल्दी ही इस दिशा में कदम उठाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.