नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक दिन पहले ही कहा था कि सितंबर में G20 के दौरान शुरू की गई भारत-मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा परियोजना (IMEEC) उन कारणों में से एक है, जिसके कारण फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर एक आश्चर्यजनक आतंकवादी हमला किया. इसके एक दिन बाद ही व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति को गलत समझा गया.
इस मामले पर एक सवाल के जवाब में व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि मुझे लगता है आपने उन्हें गलत समझा. उन्होंने जो कहा वह यह था कि वह ऐसा मानते थे कि सामान्यीकरण की प्रक्रिया और जिस समझौते पर हम इजरायल और सऊदी अरब के बीच सामान्यीकरण के लिए पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बारे में हमारा मानना है कि यह दो-राज्य समाधान प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, उसने शायद हमास को उन हमलों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया होगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा था कि मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि जब हमास ने हमला किया तो उसका एक कारण यह था कि मेरे पास इसका कोई सबूत नहीं है, बस मेरी अंतरात्मा मुझे बताती है कि हम इजराइल के लिए क्षेत्रीय एकीकरण और समग्र रूप से क्षेत्रीय एकीकरण की दिशा में प्रगति कर रहे थे. हम उस काम को पीछे नहीं छोड़ सकते.
गौरतलब है कि भारत मध्य पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा परियोजना की घोषणा सितंबर में नई दिल्ली द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान की गई थी. आईएमईसी में भारत को खाड़ी क्षेत्र से जोड़ने वाला एक पूर्वी गलियारा और खाड़ी क्षेत्र को यूरोप से जोड़ने वाला एक उत्तरी गलियारा शामिल होगा. इसमें रेलवे और जहाज-रेल पारगमन नेटवर्क और सड़क परिवहन मार्ग शामिल होंगे.