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गाजा में तत्काल युद्धविराम के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर अमेरिका का वीटो - इजरायल हमास संघर्ष

संयुक्त राष्ट्र की ओर से गाजा में तत्काल युद्धविराम को लेकर प्रस्ताव लाया गया जिसपर अमेरिका ने विटो लगा दिया. इसपर यूएई समेत कई देशों ने निराशा जताई गई. US vetoes on immediate ceasefire in Gaza

US vetoes UN resolution for immediate ceasefire in Gaza with 13-1 vote; UAE expresses disappointment
गाजा में तत्काल युद्धविराम के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर अमेरिका का वीटो
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By PTI

Published : Dec 9, 2023, 8:58 AM IST

संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने गाजा में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम की मांग करने वाले सुरक्षा परिषद के लगभग सभी सदस्यों और कई अन्य देशों द्वारा समर्थित संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर शुक्रवार को वीटो का इस्तेमाल किया. समर्थकों ने इसे एक भयानक दिन बताया और युद्ध के तीसरे महीने में पहुंचने पर और अधिक नागरिकों की मौत और विनाश की चेतावनी दी. 15-सदस्यीय परिषद में वोट 13-1 था जिसमें ब्रिटेन अनुपस्थित रहा.

गाजा
गाजा

अमेरिकी उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने मतदान के बाद इजराइल पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले की निंदा करने में विफल रहने के लिए परिषद की आलोचना की. इसमें आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों को मार डाला, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. उन्होंने घोषणा की कि सैन्य कार्रवाई रोकने से हमास को गाजा पर शासन जारी रखने और केवल अगले युद्ध के लिए बीज बोने की अनुमति मिल जाएगी.

वुड ने मतदान से पहले कहा, 'हमास को स्थायी शांति देखने, दो-राष्ट्रों के समाधान देखने की कोई इच्छा नहीं है. इस कारण से अमेरिका दृढ़ता से स्थायी शांति का समर्थन करता है, जिसमें इजरायल और फिलिस्तीनी दोनों शांति और सुरक्षा में रह सकते हैं. हम तत्काल युद्धविराम के आह्वान का समर्थन नहीं करते हैं.'

फिलिस्तीनी क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के सैन्य अभियान में गाजा में 17,400 से अधिक लोग मारे गए हैं. इनमें से 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं और 46,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय का कहना है कि कई अन्य लोग मलबे में फंसे हुए हैं. मंत्रालय नागरिक और लड़ाकू मौतों के बीच अंतर नहीं करता है.

संघर्ष विराम का विरोध छोड़ने के लिए बाइडेन प्रशासन पर दबाव डालने के व्यर्थ प्रयास में मिस्र, जॉर्डन, फिलिस्तीनी प्राधिकरण, कतर, सऊदी अरब और तुर्की के विदेश मंत्री शुक्रवार को वाशिंगटन में थे लेकिन विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से उनकी मुलाकात संयुक्त राष्ट्र में मतदान के बाद ही हुई. संयुक्त अरब अमीरात के उप राजदूत मोहम्मद अबूशाहब ने मतदान से पहले कहा कि उनके देश द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव ने 24 घंटे से भी कम समय में लगभग 100 सह-प्रायोजकों को शामिल कर लिया है, जो युद्ध को समाप्त करने और फिलिस्तीनी जीवन को बचाने के प्रयासों के लिए वैश्विक समर्थन का प्रतिबिंब है.

मतदान के बाद उन्होंने अमेरिकी वीटो पर गहरी निराशा व्यक्त की और चेतावनी दी कि सुरक्षा परिषद अलग-थलग पड़ रही है और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने जनादेश से असंबंधित दिखाई दे रही है. अबूशाहब ने पूछा,'अगर हम गाजा पर लगातार बमबारी रोकने के आह्वान के पीछे एकजुट नहीं हो सकते तो हम फिलिस्तीनियों को क्या संदेश दे रहे हैं?' वास्तव में हम दुनिया भर में उन नागरिकों को क्या संदेश दे रहे हैं जो खुद को इसी तरह की स्थितियों में पा सकते हैं?

ये भी पढ़ें- गाजा में मारे गए दो सैनिकों में इजरायली मंत्री का बेटा भी शामिल: IDF

संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने गाजा में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम की मांग करने वाले सुरक्षा परिषद के लगभग सभी सदस्यों और कई अन्य देशों द्वारा समर्थित संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर शुक्रवार को वीटो का इस्तेमाल किया. समर्थकों ने इसे एक भयानक दिन बताया और युद्ध के तीसरे महीने में पहुंचने पर और अधिक नागरिकों की मौत और विनाश की चेतावनी दी. 15-सदस्यीय परिषद में वोट 13-1 था जिसमें ब्रिटेन अनुपस्थित रहा.

गाजा
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अमेरिकी उप राजदूत रॉबर्ट वुड ने मतदान के बाद इजराइल पर हमास के 7 अक्टूबर के हमले की निंदा करने में विफल रहने के लिए परिषद की आलोचना की. इसमें आतंकवादियों ने लगभग 1,200 लोगों को मार डाला, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. उन्होंने घोषणा की कि सैन्य कार्रवाई रोकने से हमास को गाजा पर शासन जारी रखने और केवल अगले युद्ध के लिए बीज बोने की अनुमति मिल जाएगी.

वुड ने मतदान से पहले कहा, 'हमास को स्थायी शांति देखने, दो-राष्ट्रों के समाधान देखने की कोई इच्छा नहीं है. इस कारण से अमेरिका दृढ़ता से स्थायी शांति का समर्थन करता है, जिसमें इजरायल और फिलिस्तीनी दोनों शांति और सुरक्षा में रह सकते हैं. हम तत्काल युद्धविराम के आह्वान का समर्थन नहीं करते हैं.'

फिलिस्तीनी क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के सैन्य अभियान में गाजा में 17,400 से अधिक लोग मारे गए हैं. इनमें से 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं और 46,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय का कहना है कि कई अन्य लोग मलबे में फंसे हुए हैं. मंत्रालय नागरिक और लड़ाकू मौतों के बीच अंतर नहीं करता है.

संघर्ष विराम का विरोध छोड़ने के लिए बाइडेन प्रशासन पर दबाव डालने के व्यर्थ प्रयास में मिस्र, जॉर्डन, फिलिस्तीनी प्राधिकरण, कतर, सऊदी अरब और तुर्की के विदेश मंत्री शुक्रवार को वाशिंगटन में थे लेकिन विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से उनकी मुलाकात संयुक्त राष्ट्र में मतदान के बाद ही हुई. संयुक्त अरब अमीरात के उप राजदूत मोहम्मद अबूशाहब ने मतदान से पहले कहा कि उनके देश द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव ने 24 घंटे से भी कम समय में लगभग 100 सह-प्रायोजकों को शामिल कर लिया है, जो युद्ध को समाप्त करने और फिलिस्तीनी जीवन को बचाने के प्रयासों के लिए वैश्विक समर्थन का प्रतिबिंब है.

मतदान के बाद उन्होंने अमेरिकी वीटो पर गहरी निराशा व्यक्त की और चेतावनी दी कि सुरक्षा परिषद अलग-थलग पड़ रही है और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने जनादेश से असंबंधित दिखाई दे रही है. अबूशाहब ने पूछा,'अगर हम गाजा पर लगातार बमबारी रोकने के आह्वान के पीछे एकजुट नहीं हो सकते तो हम फिलिस्तीनियों को क्या संदेश दे रहे हैं?' वास्तव में हम दुनिया भर में उन नागरिकों को क्या संदेश दे रहे हैं जो खुद को इसी तरह की स्थितियों में पा सकते हैं?

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