कीव : पूरे यूक्रेन में रूसी मिसाइल हमलों (ukraine russian war) के मद्देनजर, राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने मास्को के खिलाफ नए प्रतिबंधों का आह्रान किया है. उन्होंने यूक्रेन के घटनाक्रम पर मंगलवार को एक आपात बैठक के दौरान जी-7 नेताओं को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका के गुट को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, 'आतंक की ऐसी नई लहर के लिए रूस के लिए जिम्मेदारी की एक नई लहर होनी चाहिए. आतंकवादी राज्य को इस विचार से भी वंचित होना चाहिए कि आतंक की कोई भी लहर कुछ भी ला सकती है.'
उन्होंने आगे कहा कि पूरे जी-7 और लोकतांत्रिक दुनिया के स्तर पर, हमें जवाब देना चाहिए. जब रूस हमारे देशों के ऊर्जा क्षेत्र और ऊर्जा स्थिरता पर हमला करता है, तो हमें प्रतिबंधों के साथ इसके ऊर्जा क्षेत्र को अवरुद्ध करना चाहिए, इसकी स्थिरता को तोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि रूस से तेल और गैस के निर्यात के लिए एक सख्त मूल्य सीमा की आवश्यकता है. इस तरह के कदम शांति को करीब ला सकते हैं, वे आतंकवादी राज्य को शांति के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करेंगे.
जेलेंस्की ने स्पष्ट तथ्य पर भी जोर दिया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कोई बातचीत नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा, 'वार्ता या तो रूस के किसी अन्य प्रमुख के साथ हो सकती है, ताकि आतंकवादी को महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावित करने का अवसर न मिले. अब एक व्यक्ति शांति को रोक रहा है और यह व्यक्ति मास्को में है.' यूक्रेनी नेता के आह्वान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जी-7 नेताओं ने एक संयुक्त बयान में मिसाइल हमलों की कड़ी से कड़ी निंदा की.
यह बैठक तब हुई जब सोमवार और मंगलवार को देशभर में रूसी मिसाइलों के हमले (Russian missile attacks) में कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए. कुछ 83 मिसाइलों ने सोमवार को यूक्रेन पर हमला किया. रूस द्वारा 24 फरवरी को युद्ध छेड़ने के बाद से देश में सबसे भारी बमबारी हुई है. कीव में कई हमले हुए, पहली बार राजधानी शहर को महीनों में निशाना बनाया गया. जेलेंस्की के अनुसार, मंगलवार को 28 और मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से 20 को मार गिराया गया, जहां ईरानी लड़ाकू ड्रोन भी शामिल थे.
(आईएएनएस)