न्यूयॉर्क : यूक्रेन में रूस की विशेष सैन्य कार्रवाई दुनियाभर को प्रभावित कर रही है. दोनों के बीच दारी संघर्ष के कारण ईंधन और गैस की कीमतों में उछाल देखा गया है. जरूरी सामग्री लगातार महंगी हो रही है. रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण खाद्य और ऊर्जा लागत में वृद्धि के बीच भारत ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बयान दिया. यूक्रेन संकट के बीच भारत ने स्पष्ट किया कि ऊर्जा सुरक्षा गंभीर चिंता का विषय है. अमेरिका और यूरोपीय देशों की ओर से लगाए जा रहे प्रतिबंध के बीच भारत ने ऊर्जा संबंधी समस्या और चिंता के स्थायी समाधान की वकालत की.
संयुक्त राष्ट्र के मंच पर यूक्रेन संकट को लेकर भारत ने कहा कि खाने-पीने की वस्तुएं लगातार महंगी हो रही हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने मंगलवार को यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर यूएनएससी की बैठक में कहा कि यूक्रेन संघर्ष से पैदा हुई खाद्य सुरक्षा चुनौतियों (ukraine crisis india at unsc) के प्रति 'हमें रचनात्मक रूप से प्रतिक्रिया देने की जरूरत है. यूक्रेन और रूस की लड़ाई के बीच उपजे मानवीय और आर्थिक संकट के संबंध में रवींद्र ने कहा कि सभी को मिलकर समस्या का समाधान करने की जरूरत है.
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यूक्रेन संकट के बीच ऊर्जा सुरक्षा चिंता : उन्होंने कहा, 'विशेष रूप से कई विकासशील देशों के लिए भोजन और ऊर्जा की बढ़ती लागत के मद्देनजर इस संघर्ष का प्रभाव क्षेत्र के बाहर भी महसूस किया जा रहा है.' रवींद्र ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को इस मुद्दे का जल्द समाधान निकालने के लिए रचनात्मक रूप से काम करना होगा. उन्होंने कहा, 'ऊर्जा सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय है और सहकारी प्रयासों के जरिए इसका मुकाबला करने की आवश्यकता है.'
(पीटीआई-भाषा)