ETV Bharat / international

विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया - Sri Lanka new PM extends support to protesters

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों को नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Sri Lanka new Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने सर्मथन दिया है.

Sri Lanka new Prime Minister Ranil Wickremesinghe
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे
author img

By

Published : May 15, 2022, 3:34 PM IST

Updated : May 15, 2022, 3:54 PM IST

कोलंबो : श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Sri Lanka new Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया है. प्रधानमंत्री ने शनिवार को कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति के खिलाफ नारे लगाने वाले ग्रामीण प्रदर्शनकारियों के हितों पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया है.

राष्ट्रपति पर देश को आर्थिक संकट से उबारने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है और प्रदर्शनकारी नौ अप्रैल से कोलंबो के 'गाले फेस ग्रीन' में डटे हुए हैं. विक्रमसिंघे ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे गांव के युवाओं की सुरक्षा की जाएगी और भविष्य में नीति निर्धारण के लिए उनके विचारों पर चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा कि देश की राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव के लिए 'गोटा गो गामा' आंदोलन को जारी रहना चाहिए और देश के युवाओं को जिम्मेदारी अपने हाथों में लेनी चाहिए.

गौरतलब है कि श्रीलंका में जारी जबरदस्त आर्थिंक संकट के बीच राजधानी कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी लगातार राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के सत्ता छोड़ने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए बैठे हैं जिन पर लिखा है 'गोटा गो गामा' जिसका अर्थ है 'गोटा अपने गांव वापस जाओ'.

(पीटीआई-भाषा)

कोलंबो : श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Sri Lanka new Prime Minister Ranil Wickremesinghe) ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) के इस्तीफे की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों को समर्थन दिया है. प्रधानमंत्री ने शनिवार को कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति के खिलाफ नारे लगाने वाले ग्रामीण प्रदर्शनकारियों के हितों पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया है.

राष्ट्रपति पर देश को आर्थिक संकट से उबारने में नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है और प्रदर्शनकारी नौ अप्रैल से कोलंबो के 'गाले फेस ग्रीन' में डटे हुए हैं. विक्रमसिंघे ने कहा कि प्रदर्शन कर रहे गांव के युवाओं की सुरक्षा की जाएगी और भविष्य में नीति निर्धारण के लिए उनके विचारों पर चर्चा की जाएगी. प्रधानमंत्री ने एक साक्षात्कार में कहा कि देश की राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव के लिए 'गोटा गो गामा' आंदोलन को जारी रहना चाहिए और देश के युवाओं को जिम्मेदारी अपने हाथों में लेनी चाहिए.

गौरतलब है कि श्रीलंका में जारी जबरदस्त आर्थिंक संकट के बीच राजधानी कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी लगातार राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के सत्ता छोड़ने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए बैठे हैं जिन पर लिखा है 'गोटा गो गामा' जिसका अर्थ है 'गोटा अपने गांव वापस जाओ'.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : May 15, 2022, 3:54 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.